चीन से लाई जा रही रैपिड टेस्ट किट के रिजल्ट के बाद अब इसके दाम पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। देश में कोरोना वायरस रैपिड किट्स की कीमत को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना किट्स खरीद में घोटाले का आरोप लगाते हुए पीएम मोदी से कार्रवाई की मांग की। उन्होंने इस भ्रष्टाचार को सभी देशवासियों का अपमान बताया। पार्टी के कई दूसरे नेताओं ने भी टेस्टिंग किट्स में मुनाफाखोरी का आरोप लगाया है। वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी में खराब पीपीई किट को योगी लेकर सरकार पर निशाना साधा है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ”कोई इंसान अपने लाखों भाइयों और बहनों की अथाह पीड़ा से भी मुनाफा कमाने की कोशिश करेगा यह विश्वास और समझ से परे है। यह घोटाला हर भारतीय का अपमान है। मैं पीएम से अपील करता हूं कि भ्रष्टाचारी को न्याय में लाने के लिए तेजी से कार्रवाई करें।’ राहुल गांधी ने कुछ मीडिया रिपोर्ट्स पर यह टिप्पणी की जिनमें कहा गया है कि आईसीएमआर को बेचे गए टेस्ट किट्स में 145 पर्सेंट मुनाफा कमाया गया।’
दरअसल, चीन से आयातित कोविड-19 रैपिड टेस्ट किट को लेकर इसके वितरक और आयातक के बीच विवाद सामने आया। जिसके बाद ये पूरा मामला दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गया था, जिसके बाद दामों को लेकर खुलासा हुआ। जो किट चीन से लाई जा रही है, उसकी कीमत 245 रुपये है। लेकिन आयातक के जरिए इस किट को ICMR को 600 रुपये में बेचा जा रहा है यानी करीब 145 फीसदी मुनाफे के साथ। यही मामला जब दिल्ली हाई कोर्ट में पहुंचा तो अदालत ने इस दाम को 400 रुपये करने का फैसला सुनाया। इस दाम के साथ भी करीब 61 फीसदी का मुनाफा बैठता है।