मनीष शर्मा
मुरादाबाद (यूपी):देश में जहा एक और कोरोना महामारी लगातार बढ़ती ही जा रही है वही दूसरी और कुछ समझदार व प्रतिष्ठित लोग कोरोना के मामले में सरदर्दी बढ़ाने में लगे है। ऐसा ही एक मामला मुरादबाद के गांधी नगर में सामने आया है। जहां एक नामी चिकित्सक डॉ. सी. पी. सिंह व उनके स्टाफ ने अपनी करनी से पूरे क्षेत्र को कोरोना संक्रमण का खतरा दे दिया है। गांधीनगर के एक नामी चिकित्सक के यहां पूर्व में भर्ती एक महिला, शिला वर्मा की रिपोर्ट दो दिन पहले कोरोना पॉजिटिव आयी थी। वर्तमान में महिला TMU कोरोना हॉस्पिटल में भर्ती है।
शिला वर्मा पिछले दिनों गांधी नगर के सी.पी. सिंह नर्सिंग होम में भर्ती थी। डा. सी.पी. सिंह ने बताया कि शीला वर्मा कुल चार दिन से इस नर्सिंग होम में भर्ती थी। उन्हें 6 अप्रैल को नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था और 9 अप्रैल को छुटी दे दी गई थी। डा. सी.पी. सिंह ने बताया कि रोगी को सामान्य सी दिखने वाली खाँसी और बुखार था।
सवाल यह है कि, अगर रोगी को सिर्फ सामान्य बुखार और खासी ही थी तो, रोगी को नर्सिंग होम में भर्ती की क्या आवश्यकता थी और यदि कोरोना संक्रमण का शक था तो समय रहते रोगी की कोरोना टेस्ट क्यों नही कराया गया।
इस लापरवाही के चलते अब स्वयं डा. सी.पी. सिंह ही नही उनके स्टाफ पर भी कोरोना संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। बीती रात स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सी.पी. सिंह नर्सिंग होम पहुच कर डॉक्टर सी.पी. सिंह व उनके स्टाफ के 6 सदस्यों के कोरोना सैम्पल लिए गए है। जिनकी रिपोर्ट आना बाकी है। रिपोर्ट आने तक आने तक डा. सी.पी. सिंह व उनके स्टाफ के सदस्य सेल्फ क्वारन्टीन हो गए है।
इस मामले में परेशानी बढ़ाने वाला पहलू यह है कि, इसी समयावधि में नर्सिंग होम का स्टाफ क्षेत्र के ही एक प्रोविजनल स्टोर से रोजमर्रा की जरूरी चीजें खरीदता रहा है और गांधी नगर के लोग भी खरीदारी के लिए ज्यादातर इसी प्रोविजनल स्टोर में आया करते है । हालांकि प्रशासन द्वारा स्टोर के खोलने का समय निर्धारित है, लेकिन यह स्टोर सुबह से लेकर रात तक लगातार खुला रहता है और सोशल डिस्टेनसिंग का पालन भी यहां कम ही देखने को मिलता है।
नर्सिंग होम के स्टाफ द्वारा इस स्टोर से खरीदारी की जानकारी शायद अभी प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को नहीं हुई। माना जा रहा है कि, कहीं न कहीं नर्सिग होम के स्टाफ द्वारा उक्त स्टोर से रोजाना खरीदारी से क्षेत्र में संक्रमण का खतरा अत्यधिक बढ़ गया है। कहीं ऐसा न हो प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग हॉटस्पॉट एरिया पर फोकस करता रहे, और गांधी नगर में एक और कोरोना बम विस्फोट हो जाय।