यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड आटोमेटिक कोविड-19 डायग्नोस्टिक टूल लांच किया। इसके तहत एक्स-रे चेस्ट इमेजेज़ की कोविड-19 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड प्री-स्क्रीनिंग की जाती है, जिससे मरीज में इस संक्रमण का पता लगाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों से निपटने के लिए नए शोध की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण सम्पूर्ण विश्व के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों के दृष्टिगत तकनीकी और मेडिकल संस्थानों के लिए यह अवसर है कि वे ऐसी डिवाइसेज़ विकसित करें, जो रोगों की पहचान व उपचार में मददगार साबित हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह डिवाइस कोरोना से लड़ने में सहायक साबित हो सकती है। यह एक अच्छा प्रयास है। उन्होंने प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य और प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा को विभिन्न अस्पतालों में मरीजों के चेस्ट के डिजिटल एक्स-रे इस टूल में उपयोग के लिए शोधकर्ताओं को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस पर आधारित यह टूल डा. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी, किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, गवर्नमेण्ट मेडिकल कालेज, कोटा राजस्थान और उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी आफ मेडिकल साइंसेज़ सैफई इटावा के संयुक्त प्रयासों से विकसित किया गया है। एकेटीयू के सेण्टर फार एडवांस्ड डीप लर्निंग एण्ड आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस फार बायो मेडिकल इंजीनियरिंग एण्ड रिसर्च ने एकेटीयू के प्रिंसिपल इन्वेस्टीगेटर प्रो. एमके दत्ता के नेतृत्व में केजीएमयू, गवर्नमेण्ट मेडिकल कालेज, कोटा राजस्थान और उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी आफ मेडिकल साइंसेज़ सैफई, इटावा जैसे चिकित्सा संस्थानों के साथ मिलकर इस टूल को विकसित किया है। मुख्यमंत्री को इस टूल की मेथोडोलाजी के विषय में विस्तार से अवगत कराया गय