रिपोर्टर: सुहैल अंसारी एक्सप्रेस न्यूज़ भारत कानपुर
कानपुर : डॉक्टरो का पेशा जहां अब व्यवसाय का रूप लेता जा रहा है और गरीबों के लिए इलाज करना बहुत मुश्किल और मंहगा हो गया है ऐसे में कानपुर के एक डॉक्टर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने हुए हैं
कानपुर जाजमऊ के एक डॉक्टर जुम्मे की नमाज पढ़ने आपने अस्पताल से दूर गंगा पुल पार एक मस्जिद में जाते है
जहां नमाज़ी के अलावा और भी लोग डॉक्टर साहब पहले से ही बेसब्री से इंतजार करते हैं नमाज खत्म होने के बाद डॉक्टर साहब मस्जिद के अंदर ही निशुल्क मरीजों को देखना शुरू कर देते है जब तक के डॉक्टर साहब आखरी मरीज तक न देख ले मस्जिद से बाहर नहीं निकलते है अगर कोई डॉक्टर साहब को फीस देता है तो डॉक्टर साहब मुस्कुरा यह कह देते हैं की मस्जिद में कैसी फीस
हम आपको बता दे ये डॉक्टर कोई और नहीं कानपुर जाजमऊ के जाने माने डॉक्टर नसीर खान एमबीबीएस एमडी है
डॉक्टर साहब मस्जिद ओपीडी में हर धर्मके लोग आते डॉक्टर नसीर भी बीमारों को मोहब्बत के साथ देख कर दावा लिखा देते
डॉक्टर साहब जजमऊ अपने हॉस्पिटल में ओपीडी फीस मात्र पचास रुपए ही लेते अगर कोई देव बेसहारा और गरीब
डॉक्टर नासिर के अस्पताल में भर्ती हो जाता है तो डॉक्टर साहब भी उस नाम मात्र के पैसे ही लेकर उसका बेतर इलाज कर स्वस्थ कर देते हैं
डॉक्टर नसीर साहब ये पूरा वीडियो सोशल मीडिया खूब सुर्खियां बटोर रहा है और एक नई बहस बिछड़ी हुई है की मस्जिद को
नमाज पढ़ने के अलावा इस तरह के अच्छे कामों के लिए
क्यों ना इस्तमाल किया जाए जिससे समाज बेसहारा के और गरीबों लोगों इससे फायदा पहुंचे