संस्कार भारती उत्तराखंड द्वारा आयोजित ऑनलाइन वेबीनार कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेम चंद अग्रवाल ने प्रतिभाग किया । इस अवसर पर अपने संबोधन में अग्रवाल ने कहा है कि कला और साहित्य क्षेत्र में भारत का अपूर्व योगदान रहा है और यही योगदान हमारी प्राचीन संस्कृति एवं सभ्यता का ज्ञान प्रवाहित करता है ।
अग्रवाल ने कहा कि आज के युग में भारतीय दर्शन बहुत बड़ी आवश्यकता है। अग्रवाल ने कहा है कि भारत के ज्ञान दर्शन से ही हम मानव मूल्यों को अच्छी तरीके से समझ सकते हैं, एक अच्छे संसार की कल्पना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब संपूर्ण विश्व में कोरोना जैसी महामारी फैली हुई है ऐसे समय में भारतीय दर्शन बहुत सार्थक सिद्ध हो सकता है।
अग्रवाल ने कहा है कि वैश्विक महामारी करोना के कारण आज प्रत्यक्ष रूप से कहीं भी कार्यक्रम नहीं हो पा रहे हैं परंतु वेबीनार के माध्यम से एक-दूसरे के विचारों को समझने व सुनने का अवसर प्राप्त होता है ।
उन्होंने कहा है कि संस्कार भारती समय-समय पर कला व कलाकारों के माध्यम से भारतीय दर्शन को पूरे विश्व में पहुंचा रहा है। उन्होंने संस्कार भारती द्वारा कलाकारों के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की भी प्रशंसा की । इस वेबीनार के माध्यम से देश विदेश के कला से जुड़े हुए अनेक लोग लोगों ने प्रतिभाग किया ।
वेबीनार के दौरान एमकेपी कॉलेज देहरादून के प्राचार्य डॉ रेखा खरे, कार्यक्रम संयोजक डॉ री ऋचा,कांबोज, उत्तराखंड विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डॉ सुधा पांडे, प्रोफेसर मंजुला चतुर्वेदी, राम निरंजन, डीएस बिष्ट, शेखर जोशी, संस्कार भारती के अध्यक्ष सतीश माथुर, सविता कपूर संगठन, संगठन मंत्री रोशन लाल अग्रवाल आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों से अनेक लोगों ने प्रतिभाग किया।