
आज के जमाने में हर कोई सोशल मीडिया पर जाना जाता है और अपना एक नाम कमाना चाहता है लेकिन यह युवाओं को एक नए खतरे में धकेल रहा है आजकल के बच्चों पर नाम बदनाम, पता कब्रिस्तान, उम्र जीने की, शौक मरने का।
देश की राजधानी का हाल तो सबसे बड़ा है राजधानी के तेजी से उभरते माया गैंग की सोशल मीडिया पर डाली गई टैग लाइन है। दिल्ली में बढ़ते नाबालिगों के आतंक की पर्याय है। टशन, नशा, मौज-मस्ती और सोशल मीडिया पर छा जाने की ललक इन नाबालिगों को अपराध के दलदल में घसीट रही है।
राजधानी में नाबालिग अपराधियों कई गैंग जिनमें 78-गैंग, शाहदरा शूटर्स, बदनाम गैंग, संजू गैंग और न जाने कितने गैंग अपना सिक्का जमाने में जुटे हैं।
इन नाबालिग लड़कों को सोशल मीडिया पर छा जाने का इतना जनून है कि ज्यादातर लड़कों ने फेसबुक, यू-ट्यूब, इंस्टाग्राम और दूसरे सोशल मीडिया पर अपने अकाउंट बनाकर वहां हथियारों के साथ अपने वीडियो और गाने तक डाले हुए हैं। इनमे से एक के तो इंस्टाग्राम पर दो हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
पुलिस के लिए यह नाबालिग अपराधी सिरदर्द बने हुए हैं।इस साल 15 अगस्त तक पुलिस ने महज हत्या करने के मामले में 112 नाबालिगों को हिरासत में लिया।