- एक्सप्रेस न्यूज़ भारत ने उठाया था यह मुद्दा
- राजस्थान के चूरू जिले के सरदारशहर अस्पताल के डॉक्टरों की मुस्लिमों के प्रति नफरत फैलाने वाली चैट हुई थी वायरल.
- एक्सप्रेस न्यूज़ भारत के पॉलिटिकल एडिटर ने की थी
- राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री से फोन पर बात. स्वास्थ्य मंत्री ने दिया था कड़ी कार्रवाई का आश्वासन
जयपुर” राजस्थान में चूरू जिले के एक निजी अस्पताल के कर्मियों द्वारा कोरोना वायरस संक्रमित मुस्लिम मरीजों को नहीं देखने के बारे में आपस में कथित रूप से चर्चा करने का एक स्क्रीनशॉट व्हाट्स एप पर वायरल होने के बाद यह खबर एक्सप्रेस न्यूज़ भारत ने प्राथमिकता से चलाई और तुरंत यह मामला राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा के संज्ञान में दिलाया गया जिस पर उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन भी दिया था और जांच के बाद पुलिस ने अस्पताल के तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
पुलिस ने रविवार को बताया कि अस्पताल के कर्मचारियों के बीच हुई बातचीत का एक स्क्रीनशॉट वायरल होने के बाद एफआईआर दर्ज करने के बाद मामले की जांच कर रही है।
जिले के सरदारशहर शहर के श्रीचंद बरदिया रोग केंद्र में काम करने वाली दो महिलाओं के बीच व्हाट्स एप मैसेज के स्क्रीनशॉट वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले में संज्ञान लेते हुए शुक्रवार को केस दर्ज किया है।
पुलिस का क्या कहना है
सरदारशहर पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर रमेश पन्नू ने बताया कि इन स्क्रीनशॉट्स की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा,
मामले की जांच हो रही है. दो दिन पहले पुलिस कंट्रोल रूम को सोशल मीडिया पर शेयर हो रहे स्क्रीनशॉट्स की शिकायत मिली थी. कथित वॉट्सऐप ग्रुप सरदारशहर के एक प्राइवेट अस्पताल के स्टाफ का है. चैट की टाइमिंग कोविड लॉकडाउन के दौरान की लग रही है. शिकायत में कहा गया है कि ये मेसेज सांप्रदायिक हैं और भेदभावपूर्ण हैं. अभी तक FIR दर्ज नहीं हुई है. एक स्थानीय मुस्लिम समुदाय के नेता का बयान भी दर्ज किया गया है.
भारतीय दंड संहिता (IPC)की धारा 153A (किसी भी धर्म पर हमला) और सार्वजनिक उपद्रव के लिए जिम्मेदार बयानों के तहत रविवार को आरोपियों के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई है।
सरदारशहर पुलिस स्टेशन के एसएचओ महेंद्र दत्त शर्मा ने रविवार को कहा कि प्रारंभिक जांच के बाद तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें एक डॉक्टर, एक लैब टेक्नीशियन और एक कंपाउंडर का नाम शामिल है।
चूरू के सरदारशहर में डॉ सुनील चौधरी के श्रीचंद बरडिया रोग निदान केन्द्र के कर्मचारियों ने यह कथित संदेश लिखा था । चौधरी ने फेसबुक पर माफी मांगी और कहा कि उनके अस्पताल के कर्मचारियों का उद्देश्य किसी भी प्रकार से किसी धार्मिक समुदाय के लोगो की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था।
अस्पताल के कर्मचारियों के बीच व्हाट्स एप पर वायरल होने वाले एक संदेश में कहा गया कि मैं शपथ लेता हूं कि कल से हम मुस्लिम रोगियों का एक्स-रे नहीं करेंगे।
एक अन्य संदेश में लिखा है कि हमें मुस्लिम मरीजों के इलाज करना बंद कर देना चाहिए।