सूत्रों की माने तो, कई बड़े सफेशपोशों पर भी एनआईए की पैनी नजर नजर है। बता दें कि एके-47 हथियार जब्ती से जुड़ा मामला है। आरोपितों ने इस मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। बताया जा रहा है कि नागालैंड से हथियार मंगाई गई थी।
इन हथियारों की खरीद-बिक्री का ट्रांजिट प्वाइंट मुजफ्फरपुर बनाया गया था
इस बड़ी कार्रवाई से कई चौंकाने वाले मामले सामने आ सकते हैं, आरोपितों से पूछताछ करने पर यह बात सामने आई थी कि नगालैंड से अत्याधुनिक हथियारों की कई खेप मंगाई गई थी। इन हथियारों की खरीद-बिक्री का ट्रांजिट प्वाइंट मुजफ्फरपुर बनाया गया था। बताया जा रहा है कि आरोपितों के बैंक खाते में भी 12 लाख से अधिक रुपये जमा मिले थे, फकुली थाना क्षेत्र से जब्त एके-47 के मामले की जांच कर रही एनआईए के रडार पर जिले के कई बड़े हथियार तस्कर हैं। इसमें कई सफेदपोश भी शामिल हैं। एनआईए इन सबके विरुद्ध जल्द ही बड़ी कार्रवाई करने के फिराक में है। इसके लिए तैयारी की जा रही है।
इसके बाद कई बड़ी मछलियों नाम सामने आ सकता है
इससे आशंका है कि कम से कम दो एके-47 मंगाए गए थे। इन हथियारों की खरीद -बिक्री में कई आपराधिक गिरोहों व कुछ सफेदपोशों की संलिप्तता की भी चर्चा थी। एनआईए इसके विरुद्ध साक्ष्यों को इकट्ठा कर रही है, इसके बाद कई बड़ी मछलियों नाम सामने आ सकता है, आरोपितों को रिमांड पर लेकर कर सकती है पूछताछ
इस मामले में न्यायिक हिरासत में जेल में बंद आरोपितों कुढ़नी थाना के मनकौली गांव के देवमुनी उर्फ अनीश, जैतपुर थाना के पोखरैरा के विकास कुमार, वैशाली जिले के नगर थाना के अंजानपीर गांव के सत्यम कुमार व मूल रूप से बिहार व वर्तमान में नगालैंड के दीमापुर के अहमद अंसारी को प्रोडक्शन वारंट पर एनआईए के पटना स्थित विशेष कोर्ट में पेश किया गया।
7 मई को फकुली थाना मनकौली गांव के ढोढ़ी पुल के नीचे से एके-47, मैगजीन व कारतूस जब्त किए गए थे
विशेष कोर्ट के आदेश पर फिलहाल इन चारों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में बेउर जेल भेज दिया गया है। अब एनआईए इन चारों को पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर ले सकती है, हालांकि आपको जानकारी के लिए बता दें विशेष कोर्ट में इसके लिए अब तक अर्जी दाखिल नहीं की गई है, बताते चलें कि, 7 मई को फकुली थाना मनकौली गांव के ढोढ़ी पुल के नीचे से एके-47, मैगजीन व कारतूस जब्त किए गए थे। इस मामले में चार आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इन चारों के विरुद्ध पुलिस ने कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया था। इसके बाद एनआईए को इस मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब यह मामला केंद्रीय जांच एजेंसी NIA के पास है, जो जांच में लग गई है!
रिपोर्ट:- अमित कुमार सिन्हा