बिलग्राम हरदोई ।।नगर स्थित प्राचीन इमामबाड़े पर मुतवल्ली और देखरेख को लेकर घमासान तेज होने के आसार नजर आने लगे हैं क्योंकि हाल ही में वक्फ बोर्ड लखनऊ द्वारा एक कमेटी बनाई गई जो अपने आप को बिलग्राम बड़े इमामबाड़े का मुतवल्ली बता कर अपना दावा पेश कर रहे हैं लेकिन मौजूदा अध्यक्ष ने इसे साजिश बता कर इमामबाड़ा हड़पने की साजिश बता रहे हैं मौजूदा अध्यक्ष अतहर अब्बास ने बताया कि वक्फडीड के मुताबिक जो कमेटी अपना दावा पेश कर रही है वो सांडी में मौजूद इमामबाड़े की है नजाकत फातिमा वक्फ डीड की कमेटी बनाई गई है वह अपने आपको बिलग्राम इमामबाड़े का मुतावल्ली बता रहे हैं जो नजाकत फातिमा की जमीन व इमामबाड़ा है वह मोहल्ला काजी टोला क़स्बा सांडी जिला हरदोई में वक्फ नामे के अनुसार स्थित है उस वक्फ डीड के हिसाब से यह कमेटी सांडी कस्बे में मौजूद इमामबाड़े की है मगर यह लोग वक्फबोर्ड को गुमराह करके लेटर पर बिलग्राम बड़े इमामबाड़े को दर्श कर हड़पने में लगे हुए हैं। नजाकत फातिमा वक्फडीड में लिखा हुआ है कि या इमामबाड़ा और इसकी जमीन मोहल्ला काजी टोला सांडी में स्थित है जिससे बिलग्राम बड़े इमाम बाड़े का किसी भी प्रकार का कोई भी वास्ता सरोकार नहीं है। जो कमेटी बिलग्राम के इमाम बाड़े पर दावा कर रही है उसमें 12 लोगों की कमेटी है जिसमें 1(कर्रार हैदर अध्य्क्ष) 2( सफदर हसन ज़ैदी सचिव) 3(इब्ने अब्बास) 4(मौलाना हुसैन अब्बास साहब) 5(शफकत अब्बास) 6(अली शफीक) 7(आसिफ रजा जैदी) 8(फ़ज़ल अब्बास) 9(अख्तर अब्बास) 10( मोहम्मद मेहंदी) 11( रजी हैदर )12(जीशान हैदर आब्दी) ये कमेटी सामने आई है। जानकारी के अनुसार बिलग्राम का बड़ा इमामबाड़ा की स्थापना हकीम महेंदी अली खां द्वारा 1800ई0 में हुई जिसके हिसाब से ये इमाम बड़ा 222 वर्ष पुराना है जिससे नजकत फ़तिमा का कोई अधिकार व सरोकार नही रहा है। इस इमामबाड़े में 62 लोग दफन है। रौज़े तुलकराम किताब की सूची के अनुसार नजाकत फ़ातिमा एवं उनके परिवार का एक भी सदस्य बड़ा इमाम बाड़े बिलग्राम में दफन नही है। आपको बताते चले कि बड़े इमामबाड़े की देख रेख अतहर अब्बास रिज़वी वर्षो से अध्य्क्ष के रूप में करते चले आ रहे है। वही बिलग्राम बड़े इमाम बाड़े में लाखों रुपये के बेशकीमती आलम व चांदी का ताजिया आदि ज्वेलरी मौजूद है। की सुरक्षा व देखभाल कर रहे हैं अतहर अब्बास द्वरा पत्रकरो को जानकरी देते हुए बताया है कि कुछ अराजकतत्व लोगो की निगाहें इमाम बाड़े पर बानी हुई है जिससे वो लोग जबरन चाबी लेने का दवाब बना रहे है। जिस इमाम बाड़े का वो दावा कर रहे है। वो इमाम बड़ा मोहल्ला काजी टोला कस्बा सांडी में स्थित है। नजाकत फातिमा का वक्फ बोर्ड में दर्ज इमामबाड़े का नंबर 888 है जिसका कोई संबंध हकीम मेहंदी अली खा द्वारा बनवाए गए इमाम बाड़े सैय्यद वाडा बिलग्राम से नहीं है।
जैसा कि बड़ा इमाम बाड़ा बिलग्राम 1800 ई0 यानी 222 वर्ष पुराना है तथा आबादी बंदोवस्त 1865,66 के आधार पर उक्त इमाम बाड़ा का नम्बर 3052/2594 है तथा इसमे इमाम बाडा पुख्ता व मस्जिद दर्ज है।
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April 26, 2024