अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर शनिवार को झांसी पहुंचे। उन्होंने असद और गुलाम एनकाउंटर की हकीकत जानने के लिए स्पॉट का निरीक्षण किया। उन्होंने सीन रिक्रिएशन दोहराया। वे लाश मिलने वाली जगह पर खुद लेट गए। कई बिंदुओं पर जांच कर साक्ष्य जुटाए। इसके बाद अमिताभ ठाकुर ने कहा कि एनकाउंटर संदिग्ध है जो हत्या की ओर इशारा कर रहा है।
असद-गुलाम के एनकाउंटर पर उठाए सवाल
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि असद-गुलाम के एनकाउंटर वाली जगह पर आना वाजिब लगा है। यहां आकर कई नई बातें पता चली हैं। असद और बाइक झाड़ियों के ऊपर कथित रूप से गिरने की बात दिख रही थी, लेकिन झाड़ी बिल्कुल सही सलामत है। एक पत्थर है, जिस पर कथित रूप से गुलाम के गिरने की बात है।
अब देखना है कि उसके शरीर पर पत्थर की चोट के निशान हैं या नहीं। मौके से कुछ तथ्य जुटाएं हैं। उनकी फोटो ली और वीडियो भी बनाया है। इन तथ्यों को सिटी मजिस्ट्रेट की मजिस्ट्रियल जांच, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की जांच और दो सदस्यों के न्यायिक आयोग के सामने रखूंगा।
अमिताभ ने जांच करने के बाद कई निशान घटनास्थल पर बनाए। कहा कि असद-गुलाम के एनकाउंटर वाली जगह पर आना वाजिब लगा है। यहां आकर कई नई बातें पता चली हैं।
अमिताभ ने जांच करने के बाद कई निशान घटनास्थल पर बनाए। कहा कि असद-गुलाम के एनकाउंटर वाली जगह पर आना वाजिब लगा है। यहां आकर कई नई बातें पता चली हैं।
पुलिस की थ्योरी और घटनास्थल पर मिले साक्ष्य में विरोधाभास
अमिताभ ठाकुर ने कहा, “मैं चाहता हूं कि मेरे तथ्यों का आंकलन किया जाए। मैंने पहले फोटोग्राफ और एफआईआर को देखकर विरोधाभास होने पर 12 से 14 पाॅइंट बनाए थे। उन्होंने कहा कि मैं उस तरह का व्यक्ति नहीं हूं कि बिना जांच के घोषित कर दूं कि एनकाउंटर फर्जी है। लेकिन हालात देखकर ये एनकाउंटर फर्जी की तरफ इशारा कर रहा है। कई गंभीर संदेह बिंदू मौके पर हैं।