बुलंदशहर जिले के सिकंराबाद कोतवाली क्षेत्र में दनकौर रोड स्थित पुलिस चेक पोस्ट पर दरोगा द्वारा चेकिंग के नाम पर साधु के कपड़े उतरवाने और अभद्रता करने का मामला प्रकाश में आया है। मामले की जानकारी होने पर ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। मामले की शिकायत ट्विटर पर होने के बाद पुलिस के अफसर चेते। एसएसपी ने सीओ की जांच के बाद आरोपी दरोगा को सस्पेंड कर दिया
ककोड़ क्षेत्र के गांव अरनिया कमालपुर के शिव मंदिर पर पूजा-अर्चना करने वाले साधु बृहस्पति नाथ महाराज ने बताया कि शुक्रवार को सिकंदराबाद से दवाई लेकर साइकिल पर सवार होकर गांव लौट रहे थे। इसी दौरान दनकौर रोड स्थित चेक पोस्ट पर तैनात दरोगा और सिपाहियों ने उसे चेकिंग के नाम पर रोक प्रताड़ित किया और कमरे में ले जाकर कपड़े उतरवाए और अभद्रता की। कुछ देर बाद गांव आकर पूछताछ करने की बात कह दरोगा ने साधु को छोड़ दिया। तब से ही साधु मंदिर पर गुमसुम रहने लगा।
रविवार सुबह जब ग्रामीणों ने साधु से गुमसुम रहने के बाबत पूछा तो मामले की जानकारी होने पर ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। इसको लेकर यूपी पुलिस को ट्वीट कर दिया गया। ट्वीट होने के बाद डीआईजी/एसएसपी ने सीओ को जांच सौंपकर दो घंटे में रिपोर्ट मांगी। सीओ सुरेश कुमार ने गांव पहुंच साधु से पूछताछ की और अपनी रिपोर्ट एसएसपी को सौंप दी। सीओ की जांच रिपोर्ट के बाद एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से दरोगा पवन कुमार को निलंबित कर दिया है।
बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में आने पर सीओ सिकंदराबाद से गहनता से जांच कराई गई। जांच में दरोगा पवन कुमार दोषी पाए गए। जिसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विभागीय जांच कराई जा रही है।