भादो महीने तक राजकीय महोत्सव का दर्जा मिले, श्रद्धालुओं को उपलब्ध हो उचित सुविधाएं : जवाहर झा
युवा समाजसेवी बांका निवासी जवाहर झा ने शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है। श्री झा ने पत्र के माध्यम से कहा है कि विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला का अवधी विस्तार करते हुए इसे भादो के महीने तक अग्रसारित किया जाए।
उन्होंने पत्र में लिखा है बहरहाल सावन के महीने में देश के विभिन्न कोनों से भगवान शिव को जल चढ़ाने कांवरिया आते हैं तथा इस दौरान राजकीय मेला होने के कारण उनकी सुरक्षा, आवासन एवं मूलभूत सुविधाओं का प्रशासन द्वारा ख़ास ध्यान रखा जाता है लेकिन सावन के खत्म होने के पश्चात ही विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला का समापन जैसा कर दिया जाता है।
ऐसा होने से उपरांत मेले में स्थानीय एवं निकटवर्ती जिलों के कांवरियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। सुलतानगंज से जल लेकर देवघर बैद्यनाथ धाम में भगवान शिव के अभिषेक के लिए स्थानीय एवं निकटवर्ती जिले के लोग ख़ासकर भादो के महीने में ही कांवर यात्रा करते हैं। सावन ख़त्म होने के बाद भी काँवरिया पथ पर कांवरियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है जो औसतन 35 -40 प्रतिशत तक अनुमानित है।
उन्होंने आगे लिखा है कि परंपरागत तौर पर, इस माह में स्थानीय और निकटवर्ती जिले के किसान एवं आमजन अपने धान, मक्का, कलाई जैसी खेती से निवृत होने के पश्चात कांवर लिए छोटे-छोटे बच्चों के साथ सुलतानगंज से बाबा वैद्यनाथ धाम जाने को उत्साहित दिखते है। इनकी सुविधा हेतु सावन जैसा ही भादो के महीने में भी मेला को राजकीय मेला का दर्जा मिलते रहना चाहिए और प्रशासनिक स्तर पर सुरक्षा, स्वास्थ्य, शौचालय एवं सफाई की उपलब्धता रहे, जिसकी आपसे बड़ी उम्मीद है।
जिस तरह सावन मास में प्रतिदिन लाखों शिवभक्तों की भीड़ बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर में उमड़ती है। माननीय द्वारा भादो मास में भी ऐसी पहल होती है तो आमजनों एवं स्थानीयों में उत्साहवर्धन तो होगा ही साथ ही साथ स्थानीय लोगों को छोटे-मोटे रोजगार के भी अवसर जारी रहेंगे तथा काँवरिया पथ का सौंदर्यीकरण भी दिन ब दिन होगा तथा श्रद्धालुओं की संख्या में बड़ोतरी भी होगी और साथ ही राजस्व में वृद्धि भी होगी।
बिहार और झारखंड के दोनों मुख्यमंत्री से जवाहर झा ने अनुरोध किया है कि स्थानीय शिवभक्तों को भी भगवान भोलेनाथ के दर्शन में असुविधा का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए इस मामले में उचित कदम उठाने की जरूरत है।