रिपोर्ट हमजा राव
उत्तराखंड के आठ जिलों में छूट देने और हरिद्वार में जिलाधिकारी की ओर से कोई भी रियायत न देने पर पुलिस प्रशासन सतर्क रहा, जिससे कोई भी बगैर अनुमति वाली दुकान न खुल सके। हालांकि, बारिश के चलते आवश्यक वस्तुओं वाली दुकानों में से भी कुछ नहीं खुली और ग्राहक भी कम संख्या में पहुंचे।
शनिवार को केंद्र सरकार की गाइडलाइन के बाद राज्य सरकार की ओर से आठ जिलों में लॉकडाउन में कुछ छूट दी गई थी। केंद्र की ओर से छूट देने के आदेश भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए थे, जिससे कुछ दुकानदारों ने लॉकडाउन की तय अवधि के बाद भी दुकान खोल दी थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें बंद कर दिया था। पर देर शाम जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने हरिद्वार जिले को हॉटस्पॉट का हवाला देते हुए केंद्र की गाइडलाइन पर जिले में किसी भी तरह से छूट देने से साफ इनकार कर दिया था।
उन्होंने साफ किया कि हरिद्वार रेड जोन में शामिल है, इसलिए पहले के आदेश ही लागू रहेंगे, जिनके अनुसार आवश्यक वस्तुओं की दुकानें और जिन्हें छूट प्रदान की गई हैं वही लॉकडाउन अवधि में सुबह सात बजे से एक बजे तक खुलेंगी।
इसके अलावा अगर कोई अन्य दुकानदार दुकान खोलता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीएम के आदेश पर रविवार को सुबह से ही पुलिस सतर्क रही, जिससे कोई केंद्र की गाइडलाइन को आधार बनाकर दुकान न खोल दे। हालांकि रविवार को सुबह से ही बारिश शुरू होने से जनजीवन प्रभावित हो गया। बारिश के कारण बाजारों में आवश्यक वस्तुओं की दुकानों में से भी कुछ नहीं खुल सकीं। शंकर आश्रम पर तो पूरी तरह सन्नाटा छाया रहा, जबकि यहां लॉकडाउन में भी थोड़ी-बहुत चहल-पहल रहती है। सिंह द्वार से लक्सर जाने वाले मार्ग पर फल, सब्जी, मेडिकल और जनरल स्टोर की दुकानें खुली हुई मिलीं। ज्वालापुर का सर्राफा का बाजार भी बंद रहा। दुकानों पर भी पिछले दिनों की अपेक्षा कम ग्राहक पहुंचे।
हरिद्वार के जिलाधाकारी सी रविशंकर का कहना है कि भ्रम जैसे कोई बात नहीं है, दुकानदार अपने मन से ही ऐसी बातें कर रहे हैं। हरिद्वार जिला रेड जोन में होने से यहां केंद्र सरकार की गाइडलाइन पर किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी गई है। जिन आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को लॉकडाडन अवधि सुबह सात बजे से एक बजे तक खोलने की छूट प्रदान की गई है, केवल वही खुलेंगी। अगर कोई बिना अनुमति दुकान खोलता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।।