पीएम नरेंद्र मोदी ने आज देशभर के सीएम के साथ बैठक की। बैठक में कई राज्यों ने जहां लॉकडाउन बढ़ाने की अपील की वहीं, कुछ राज्यों ने इसमें ढील देने की बात कही। 3 मई को देश में लॉकडाउन खत्म होगा या जारी रहेगा अभी इस पर कोई फैसला नहीं आया है। बैठक में इस बात पर भी सहमति बनती दिखी की लॉकडाउन में अचानक ढील नहीं दी जाए। पीएम मोदी ने बैठक में कहा कि देश में लॉकडाउन का लाभ हुआ है और दूसरे देशों की तुलना में भारत की स्थिति अच्छी है। हालांकि पीएम ने साथ ही कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई को हमें धैर्यपूर्वक लड़ना होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश में लॉकडाउन का निश्चित तौर पर असर पड़ा और कोरोना संकट के मामले में भारत पर वैसा व्यापक असर नहीं पड़ा जितना दूसरे देशों पर पड़ा। लेकिन अब जान भी जहान को ध्यान में रखते हुए 3 मई के बाद सतर्क भरी रणनीति बनानी होगी जिसमें लोगों की आजीविका भी सामान्य होने की ओर बढ़े और रोग के रोकथाम के लिए हर जरूरी एहतियात कदम बने रहे।
3 मई के बाद भी बढ़ाया जाए लॉकडाउन
पीएम मोदी संग बैठक में लगभग 10 राज्यों ने लॉकडाउन आगे बढ़ाने की वकालत की है जहां अभी भी कोरोना के केस अधिक मिल रहे हैं। इनमें दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश, गुजरात जैसे राज्य शामिल है। पीएम ने मीटिंग में कहा कि यह लंबी लड़ाई है, हमको धैर्यपूर्वक लड़ना है। तेलंगाना ने पहले ही 7 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने का ऐलानकिया है।
बिहार ने मजदूरों और छात्रों का मुद्दा उठाया
नीतीश कुमार ने मीटिंग में प्रवासी मजदूरों और कोटा में फंसे स्टूडेंट का मामला उठाया। साथ ही उन्होंने पीपीई किट का मामला भी उठाया। ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने एक महीना और लॉक डाउन बढ़ाने की बात कही। तीन घंटे से अधिक चली मीटिंग में पीएम मोदी ने आगे आने वाली चुनौतियों के बारे में बताया।
गौरतलाब है की सप्ताह के अंत में देश को संबोधित कर सकते हैं पीएमओ। सीएम के साथ मीटिंग करने के बाद अगले दो-तीन दिनों तक आगे की रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके तहत 3 मई के बाद लॉकडाउन के स्वरूप की चर्चा होगी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ वित्तीय पैकेज पर बात होगी। इसके बाद सप्ताह के अंत में शनिवार या रविवार को पीएम मोदी देश को दोबारा संबोधित कर सकते हैं। कोरोना संकट पर यह उनका चौथा देश के नाम संबोधन हो सकता है।