
महाराष्ट्र के पुणे जिले में एक ही परिवार के 7 सदस्यों के शव नदी में मिलने के बाद हड़कंप मच गया. चौंकाने वाली बात ये है कि ये शव एक एक करके 5 दिन में नदी में अलग अलग जगहों पर मिले. पुलिस के मुताबिक, 18 जनवरी से 22 जनवरी तक नदी से चार शव मिल. जबकि तीन शव मंगलवार को मिले. पुलिस ने मास सुसाइड की आशंका जताई है. हालांकि, पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है.
मामला महाराष्ट्र के पुणे से करीब 45 किमी दूर दौंड तहसील के यवत गांव का बताया जा रहा है. यहां भीमा नदी पर परगांव पुल के पास 18 से 22 जनवरी के बीच चार शव मिले थे. जबकि मंगलवार को 3 शव मिले. पुलिस के मुताबिक, ये शव नदी में अलग अलग जगहों पर मिले. पुलिस के मुताबिक, सभी मृतक एक ही परिवार के हैं. सभी एंगल में जांच की जा रही है. पुलिस को सामूहिक आत्महत्या की भी आशंका है. शवों के शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं मिला है.
डूबने से हुई मौत
पुलिस ने मृतकों की पहचान मोहन पवार (45), उसकी पत्नी संगीता मोहन (40), उनकी बेटी रानी (24), दामाद श्माम, और उनके तीन बच्चों के तौर पर की है. बच्चों की उम्र 3 से 7 साल के बीच में है. पुलिस के मुताबिक, सभी के शव भीमा नदी में पानी के बहाव में 200-300 मीटर की दूरी पर मिले हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबने से मौत की पुष्टि हुई है. हालांकि, शरीर में चोट के निशान मिले हैं. पुलिस ने दुर्घटना से मौत का मामला दर्ज किया. पुलिस के मुताबिक, आत्महत्या से लेकर सभी एंगल में जांच की जा रही है.
मोबाइल डिटेल से हुआ खुलासा
पुणे ग्रामीण एडिशनल एसपी आनंद भोईटे का कहना है कि भीमा नदी में शव मिलने का सिलसिला चल रहा था. ये शव किसके हैं, इसको लेकर पुलिस और स्थानीय लोगों में कन्फ्यूजन बना हुआ था. पुलिस ने जब इस मामले की जांच की और मोबाइल डिटेल खंगाला गया तो पता चला कि शव एक ही परिवार के हैं. पुलिस का कहना है कि आज पुणे के पास अहमदनगर जिले के पारनेर के निगोज गांव में 7 लोगों के गुमशुदा होने की बात सामने आई थी, इसके बाद जांच की गई तो शव मिलने की जानकारी मिली. बताया जा रहा है कि इस परिवार के एक युवक का शादीशुदा महिला से अफेयर था. वह महिला के साथ कहीं चला गया है. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है.