- सरकार की तरफ से सभी जोन में शराब की बिक्री की इजाजत दी गई तो लोग शराब की दुकानों पर टूट पड़े.
- कई प्रदेशों में उड़ाई जा रही है खुलेआम लॉक डालने की धज्जियां.
- कोराना से सबसे ज्यादा पीड़ित प्रदेश महाराष्ट्र में भी शराब की दुकानों पर लगी भारी भीड़
- प्रदेश के जनता घटक गई 4 दिन में 48 करोड़ की शराब
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते अभी भी अधिकतर लोगों के काम-धंधे बंद पड़े हैं। लेकिन, लॉकडाउन के तीसरे चरण की शुरुआत के साथ ही सरकार की तरफ से सभी जोन में शराब की बिक्री की इजाजत दे दी गई, जिसके बाद देशभर में शराब की दुकानों पर भारी भीड़ देखी गई।
शराब की भारी भीड़ को देखते हुए कई जगहों पर लॉकडाउन के नियमों धज्जियां भी उड़ते हुए दिखीं और सोशल डिस्टेंसिंग के पालन का उल्लंघन भी। इस बीच, प्रशासन की तरफ से ऐहतियाती कदम उठाते हुए दुकान मालिकों से सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराने को कहा गया।
इधर, सबसे खास बात ये रही कि मुंबई में शराब की दुकानों को खोलने की इजाजत के 2 दिन बाद बीएमसी ने भले ही उसे बंद करने का आदेश दिया हो लेकिन महाराष्ट्र में इसकी जमकर खरीददारी हो रही है। राज्य आबकारी विभाग के मुताबिक, 4 मई से महाराष्ट्र में 48.14 करोड़ रुपये की शराब बिकी है।
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3 मई को महाराष्ट्र सरकार ने कंटेनमेंट जोन को छोड़कर शराब समेत सभी स्टैंड अलोन दुकानों को खोलने की इजाजत दी थी। हालांकि, राज्य के रेड जोन में लोगों की भारी भीड़ और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न होते देख कई जिलों से यह फैसला वापस ले लिया गया था।
अन्ना हजारे ने कहा, महाराष्ट्र में शराब की दुकानें दोबारा खोला जाना अनुचित कदम
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने बृहस्पतिवार को लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र में शराब की दुकानों को दोबारा खोलने की अनुमति दिए जाने को लेकर राज्य सरकार की आलोचना की और फैसले को ‘असंवेदनशील और अनुचित’ करार दिया। उन्होंने कहा कि संकट के इस समय में कोरोना वायरस को काबू करना और जिंदगियों को बचाना शराब बेचकर राजस्व कमाने से ज्यादा आवश्यक था।
लॉकडाउन के तीसरे चरण में प्रवेश करने के बाद सोमवार से राज्य के कुछ हिस्सों में शराब की बिक्री की अनुमति दी गई थी। एक बयान में हजारे ने कहा, ” दिन प्रतिदिन, देश में कोविड-19 का संक्रमण बढ़ता जा रहा है और दुर्भाग्य से महाराष्ट्र इस सूची में शीर्ष पर है। देखने में आया है कि लॉकडाउन लागू होने के चलते कुछ हद तक वायरस के प्रसार को काबू करने में मदद मिली है।”
उन्होंने कहा कि लोगों को केवल जरूरी सामान लेने के अलावा बाहर निकलने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। हालांकि, राज्य सरकार ने शराब की दुकानें खोले जाने की अनुमति दे दी, जिसके बाद इन दुकानों के बाहर लंबी कतारें देखी गईं। हजारे ने कहा कि शराब खरीदने की लाइन में लगे लोग सामाजिक दूरी के नियमों का उल्लंघन करते दिखाई दिए और इन्होंने मास्क भी नहीं पहने हुए थे।