56 वर्षों के बाद शहीद जवान का पार्थिव शरीर घर आया!
भारतीय सेना के जवानों को ले जा रहे वायुसेना का AN-12 विमान 7 फरवरी, 1968 को रोहतांग दर्रे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
इस दुर्घटना में विमान में सवार भारतीय सेना के सैनिक शहीद हो गए थे।
दुर्गम इलाकों की वजह से हमारे सैनिकों का पार्थिव शरीर मिल नही पाया था।
लेकिन भारतीय सेना द्वारा भारत के सबसे लंबे समय तक चलने वाले खोज अभियान के बाद सैनिकों के पार्थिव शरीर को बरामद कर लिया गया है।
56 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद, सिपाही मलखान सिंह के पार्थिव शरीर को बरामद कर के सहारनपुर में उनके पैतृक गांव में वापस लाया गया है।
शहीद मलखान सिंह जी को श्रद्धांजलि!
दशकों तक चलने वाली इस अभियान में , हमारी भारतीय सेना और बचाव दल के अटूट समर्पण और परिश्रम में किसी भी सैनिक को पीछे न छोड़ने की प्रतिबद्धता और अदम्य भावना का प्रमाण है।
भारतीय सेना और बचाव दल के अथक प्रयासों के प्रति आदर प्रकट करते हैं, जिनकी वजह से दिवंगत आत्मा का शरीर आखिरकार अपने घर पहुंचा।