आपको बता दे की उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से खबर है कि जमियत उलेमा-ए-हिंद ने उत्तराखंड सरकार द्वारा लागू किए जाने वाले समान नागरिक संहिता (UCC) के खिलाफ अदालत जाने का निर्णय लिया है। जमियत का कहना है कि यह कानून धार्मिक स्वतंत्रता और संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन करता है।जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने उत्तराखंड सरकार द्वारा प्रस्तावित समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि यह कानून भेदभावपूर्ण है और संविधान द्वारा नागरिकों को दिए गए मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है।
वही, मौलाना मदनी ने कहा, “हम शरीयत के खिलाफ कोई भी कानून स्वीकार नहीं करेंगे। मुसलमान अपनी शरीयत से कोई समझौता नहीं कर सकता। हमारा फैमिली लॉ कुरआन और हदीस पर आधारित है, जो इंसानों का बनाया कानून नहीं है।” उन्होंने कहा कि जमीयत इस मुद्दे पर अदालत जाने के लिए तैयार है।
रिपोर्ट:- कनक चौहान