रघुवीर मीणा राजस्थान की राजनीति के वो नेता हैं जो सरपंच चुनाव से होते हुए विधानसभा और लोकसभा तक पहुंचे. 1988 में रघुवीर मीणा उदयपुर जिले की सारदा तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत खारबर के सरपंच बने थे. अशोक गहलोत के खास लोगों में उनका नाम है
जयपुर। राजस्थान का सियासी संकट सचिन पायलट के बगावत के बाद हर पल एक नया मोड़ ले रहा है। जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नंबर गेम पर विश्वास जता रहे हैं वहीं राजनीतिक गलियारों में पायलट के नई पार्टी बनाने की चर्चा भी जोरों पर है।
हालांकि पायलट के बगावती सुरों के बाद एक बात साफ है कि उन्हें आलाकमान की तरफ से पायलट को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटाए जाने तय माने जा रहे हैं। खबरों की मानें तो सचिन पायलट की जगह अब पूर्व सांसद रघुवीर मीणा को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का मुखिया बनाया जा सकता है।
कौन है रघुवर मीणा
रघुवीर मीणा राजस्थान की राजनीति के वो नेता हैं जो सरपंच चुनाव से होते हुए विधानसभा और लोकसभा तक पहुंचे। 1988 में रघुवीर मीणा उदयपुर जिले की सारदा तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत खारबर के सरपंच बने थे। 61 साल के रघुवीर मीणा ने ग्राम पंचायत चुनाव के बाद 1993 में पहली बार सारदा विधासभा चुनाव सीट से चुनाव जीता।
2008 तक वो इसी सीट से चुनाव जीतते रहे और अशोक गहलोत सरकार में मंत्री भी बने। अशोक गहलोत के पुराने सहयोगी और करीबी होने के अलावा रघुवीर मीणा का संगठन में बड़ा अनुभव है। यूथ कांग्रेस से लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी तक रघुवीर मीणा ने कई अहम पदों पर जिम्मेदारी संभाली है।
2005 से 2011 तक वो राजस्थान कांग्रेस के महासचिव भी रहे और प्रदेश उपाध्यक्ष का पद भी संभाला। सारदा विधानसभा के बाद रघुवीर मीणा ने 2008 में सालुंबर विधानसभा से हाथ आजमाया और जीत दर्ज की। इसके बाद 2009 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें उदयपुर सीट से टिकट दिया तो यहां भी रघुवीर मीणा ने पास होकर दिखाया।
बता दें कि वो चार बार विधायक रहे, मंत्री रहे और उदयपुर से सांसद भी रहे। अब माना जा रहा है कि सचिन पायलट की बगावत का फायदा रघुवीर मीणा को मिल सकता है और उन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का जिम्मा मिल सकता है