भगवान केदारनाथ के कपाट पूरे विधि विधान के साथ खोल दिए गए गए हैं, इसके बाद अगले छह महीने तक बाबा केदार की पूजा-अर्चना धाम में ही होगी। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के समय पूजा में पुजारी समेत सिर्फ 16 लोग ही शामिल हुए। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा गया।
तड़के तीन बजे से मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना हुई। मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग द्वारा बाबा की समाधि पूजा के साथ अन्य सभी धार्मिक औपचारिकताएं पूरी की गईं। इसके बाद तय समय पर सुबह 6.10 बजे केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए गए।
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद इस बार पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से की गई है. मंदिर को 10 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। लॉकडाउन के कारण इस बार आम श्रद्धालु कपाटोद्घाटन के साक्षी नहीं बन पाए। शीतकाल के छह महीनों तक पंचगद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विश्राम करने के बाद अब भगवान आने वाले छह महीनों तक यही पर विराजमान रहेंगे।
चार धामों में अभी सरकारी एडवाइजरी के तहत यात्रा पर रोक है. अभी केवल कपाट खोले गये हैं ताकि रावल अपने स्तर पर नित्य पूजायें संपन्न करा सके।