बाहर का खाना छोड़िए और अपने अब अपने घर का खाना खाइए
ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि अक्सर देखा जाता है नया-नया खाने के शौकीन लोग बेहतरीन स्वाद के चक्कर में बाहर की मार्केट में लगने वाले ठेलो, रेडियो, रेस्टोरेंट और दुकानों से अच्छे और चटपटे स्वाद के लिए बाहर का खाना पसंद करते हैं और स्वाद पसंद आने के बाद इस जगह से अक्सर या यूं कहें हर दिन खाना खाते हैं लेकिन जब यही स्वाद आपकी मौत का कारण बन जाए तब आप क्या करेंगे और खाने में चूहा निकल जाए तब क्या होगा ?
जी हां राजधानी देहरादून की प्रसिद्ध मार्केट पलटन बाजार में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां भसीन नामक राजमा और कड़ी चावल बेचने वाले व्यक्ति की दुकान पर जब कोई व्यक्ति कढ़ी चावल खाने आता है तो बवाल मच जाता है क्योंकि खाते-खाते उस व्यक्ति के कढ़ी चावल में चूहा निकल जाता है और वह हैरान हो जाता है बस फिर क्या होना था वहां पर पूरा बाजार इकट्ठा हो जाता है और हंगामा मच जाता है। हर बार की तरह इस बार भी सूचना मिलने पर बजरंग दल के लोग वहां आ जाते हैं और हंगामा करते हैं इसके बाद कढ़ी चावल बेचने वाले व्यक्ति की शामत आ जाती है और बजरंग के लोगों द्वारा उसे भरे बाजार में बुरी तरीके से पीटा जाता है।
आखिर देश में यह कैसा ड्रामा चल रहा है कभी फलों में पेशाब करने, तो कभी प्रसाद में गाय का मांस और मछली का तेल निकलने जैसी खबरें सामने आ रही है। और अब कढ़ी चावल में चूहा निकलना…बाप रे बाप
इन सबको आप क्या कहेंगे क्योंकि अगर खाने में इस तरह की चीजे पाई जा रही है तो इसके पीछे क्या कारण हो सकता है? क्या लोगों की मानसिकता खराब हो चुकी है जो लोगों को इस तरह का खाना परोसा जा रहा है?
क्या इन लोगों को अपना रोजगार नहीं करना जो यह लोग खानों में इस तरह से गंदगी परोस रहे हैं?
आखिर क्यों खाने की चीजों में इस तरह से गंदगी मिलाई जा रही है?
आखिर क्यों लोगो की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है?
क्या सचमुच के लोग खानों में गंदगी परोस रहे हैं अब तक तो केवल विशेष समुदाय के लोगों को ही निशाना बनाया जा रहा था और सोशल मीडिया पर उन्हें मुल्ले, मुसलमान इत्यादि जैसे शब्दों को लिखकर उन्हें गंदी और भद्दी गालियां दी जा रही थी… लेकिन यह मामला सुनने के बाद आप क्या कहेंगे क्या मुसलमानो के अलावा अन्य धर्म लोग भी ऐसा कर सकते हैं ?
अगर वाकई ऐसा है तो इस मामले को आप लोग धर्म से जोड़कर बिल्कुल भी ना देखें क्योंकि गलत करने वाला व्यक्ति दोषी होता है ना की एक विशेष समुदाय का व्यक्ति…
लेकिन इस मामले पर आप क्या कहेंगे कि कढ़ी चावल में चूहा पाया गया और कढ़ी चावल बेचने वाला व्यक्ति हिंदू धर्म से ताल्लुक रखता है और आज जब कढ़ी चावल खाने वाला व्यक्ति खुद इस्तेफाक से गढ़वाली निकल गया और जब उसने देखा की कढ़ी चावल में चूहा है तो यह देखकर उसे काफी हैरानी हुई…
आपको बता दे की इस कड़ी और राजमा चावल की दुकान से प्रतिदिन हर धर्म के लोग कढ़ी चावल खाने आते हैं क्योंकि वह उस पर विश्वास करते हैं लेकिन जब उन्हें यह पता चल जाए कि जिस दुकान से वह अक्सर अपनी जबान के जायके के चक्कर में कढ़ी चावल का स्वाद ले रहे हैं ..और कड़ी चावल में चूहा निकल आए तब लोगों को उस व्यक्ति पर कितना गुस्सा आएगा….
आखिर ऐसी लापरवाही कढ़ी चावल वाले द्वारा क्यों की गई या फिर वह इतने दिनो से जान बूझकर ऐसा कर रहा है ?
मन में कई सारे सवाल पैदा हो रहे हैं और यह सब देखकर लोगों का कहीं ना कहीं बाहर के खाने से विश्वास उठता जा रहा है…. अब इस पूरे मामले पर देखना यही होगा कि क्या इस कड़ी चावल वाले पर कोई कार्रवाई होती है और साथ ही जिन लोगों द्वारा कढ़ी चावल बेचने वाले व्यक्ति की बेरहमी से पिटाई की गई उनपर भी प्रशासन द्वारा कोई एक्शन लिया जाता है…