करीब एक साल के बाद किसान आंदोलन में लड़ाई का झंडा अब नए सिरे से अगले युद्ध के लिए सहेजा जा रहा है. कृषि कानूनों की वापसी और सरकार से मांगे माने जाने के बाद किसान संगठनों ने घर वापसी की राह पकड़ ली है. टिकरी और सिंघु बॉर्डर खाली होने लगे हैं तो इधर गाजीपुर बॉर्डर से टिकैत और उनके साथी ट्रैक्टरों से वापसी के सामान लाद रहे हैं. किसानों ने वापसी से पहले हवन पूजन किया और फिर ट्रैक्टर पर विजय यात्रा का बैनर लगाकर अपने अपने कस्बों-गांवों और घरों की तरफ बढ़ चले.
हवन.. DJ.. जश्न.. Ghazipur Border से घर वापसी कर रहा किसानों…..
