ग्लोकल विश्वविद्यालय ने हर्षोल्लास के साथ मनाया 77वाँ स्वतंत्रता दिवस…

ग्लोकल विश्वविद्यालय ने आज ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत 77वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाया।महोत्सव के मुख्य अतिथि एवं
ग्लोकल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ०) पी० के० भारती और गेस्ट ऑफ ऑनर डॉ. एस. के. शर्मा राष्ट्रीय अध्यक्ष – पी.सी.एम.ए. डॉक्टर्स एसोसिएशन, प्रो वाइस चांसलर प्रोफेसर (डॉ०) सतीश कुमार शर्मा, प्रो वाइस चांसलर प्रोफेसर (डॉ०) पी० के० मिश्रा, कुलसचिव प्रोफेसर (डॉ०) राकेश धर द्विवेदी, डीन एकेडमिक्स प्रोफेसर (डॉ०) प्रमोद कुमार, परिसर निदेशक प्रोफेसर (डॉ०) एस०पी० पाण्डे, सी.एफ.ओ. ए. के. सिंह, चीफ प्रोक्टर जमीरुल इस्लाम, जनसंपर्क अधिकारी डॉ० मोहम्मद वाजिद खान ने विश्वविद्यालय के सेंट्रल प्लाज़ा लॉन में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद विश्वविद्यालय के छात्रों और कर्मचारियों द्वारा राष्ट्रगान गाया गया।
कुलपति प्रोफ़ेसर भारती और गेस्ट ऑफ ऑनर डॉ. एस. के. शर्मा सहित प्रो वी०सी० प्रोफेसर (डॉ०) सतीश कुमार शर्मा एवं प्रो वाइस चांसलर प्रोफेसर (डॉ०) पी० के० मिश्रा ने सभा को संबोधित किया, जहां संबोधन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। विश्वविद्यालय के छात्रों ने देशभक्ति गीत, भाषण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर अपने प्रदर्शन से सभा को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस समरोह में ग्लोकल विश्वविद्यालय के प्रत्येक प्रोग्राम के मेघावी छात्रों एवं छात्राओं को कुलपति और गेस्ट ऑफ ऑनर के द्वारा “स्टूडेंट ऑफ द ईयर” पुरस्कार और प्रमाण पत्र से भी सम्मानित किया गया।
अपने संबोधन के दौरान ग्लोकल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर भारती ने कहा, “ग्लोकल विश्वविद्यालय पूरी क्षमता से देश की गौरवशाली परंपराओं को आगे बढ़ा रहा है। देश को शक्तिशाली, प्रगतिशील और गौरवशाली बनाए रखने में विश्वविद्यालय अपनी महत्वपूर्ण और अभूतपूर्व योगदान दे रहा है और आगे भी राष्ट्र की प्रगति मे कदम से कदम मिला के चलता रहेगा।”
इस कार्यक्रम का संचालन डी.एस.डब्लू. स्वर्णिमा सिंह के द्वारा किया गया एवं
समारोह के अंतिम चरण में विश्वविद्यालय परिसर में 400 वृक्षों का वृक्षारोपण किया गया एवं समारोह का समापन सभा द्वारा राष्ट्रगान गा कर किया गया। इस समरोह एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम मे विश्वविद्यालय के शीर्ष अधिकारियों, शिक्षण एवं गैरशिक्षण कर्मचारियों सहित भारी संख्या में छात्र – छात्राओं ने भाग लिया।
