- राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य रमजान के महीने में रोजा रखेंगी ताकि उनके पापा (लालू यादव) की हालत में सुधार हो और उनको न्याय मिले।
- इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट करके दिया।
- हालांकि थोड़ी देर बाद उन्होंने एक और ट्वीट किया जिसमें चैत्र नवरात्र की शुभकामना है।
पटना
राजद सुप्रीमो लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य का एक ट्वीट सोमवार को खूब ट्रोल हुआ। रोहिणी ने इस ट्वीट में लिखा था कि कल (मंगलवार) से रमजान का पाक महीना शुरू हो रहा है। .
इस साल हमने भी फैसला किया है कि पूरे महीने अपने पापा के सेहतयाबी और सलामती के लिए रोजे रखूंगी। पापा की हालत में सुधार हो और जल्दी न्याय मिल जाए इसकी भी दुआ करूंगी। साथ ही मुल्क में अमन-चैन हो इसके लिए भी ईश्वार-अल्लाह से कामना करूंगी।
रोहिणी के इस ट्वीट को ट्रोल करने वाले कई लोगों ने लिखा कि कल से चैती नवरात्र भी शुरू हो रहे हैं। अगर रखना ही था तो माता का व्रत रखकर लालू जी के लिए प्रार्थना करतीं। राजीव आर. मेहता की आईडी से ट्वीट किया गया कि नाम भी बदलकर खातून करवा लीजिए रोहिणी मैडम। कई और लोगों ने भी तीखे कटाक्ष किए। वहीं काफी संख्या में लोगों ने लालू प्रसाद के बेहतर स्वास्थ्य की कामना भी की.
इसके एक घंटे बाद रोहिणी ने दूसरा ट्वीट करते हुए लिखा कि साथ में चैती नवरात्र भी है। मेरे अंदर इतनी हिम्मत है कि मैं दोनों पावन पर्व पूरी निष्ठा के साथ पूरा कर सकती हूं। उन्होंने लिखा कि मुझे किसी जहरीले परवरिश की नफरती सोच से कोई फर्क नहीं पड़ता।
आप सभी को चैती नवरात्र की भी हार्दिक शुभकामनाएं। वहीं एक ट्रोल करने वाले की पोस्ट को टैग करते हुए उन्होंने ट्वीट किया कि इंसानियत की पहचान ना भूल। दया धर्म का भाव ना भूल। नफरतों की आग में तू न कूद। ये राम-रहीम की धरती है….यहां हर घर ईद दिवाली।
लालू यादव को जमानत के लिए अभी करना होगा इंतजार, चारा घोटाले की अगली सुनवाई 16 अप्रैल को
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाला मामले में जमानत के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। इस मामले में उनकी जमानत याचिका पर अब सुनवाई 16 अप्रैल को होगी। सीबीआई की ओर से जस्टिस अपरेश कुमार सिंह ने सुनवाई के दौरान की अदालत समय की मांग की, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया है। इस पर वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा कि अब इस मामले में सीबीआई को कुछ कहने की जरूरत नहीं है। हमने पिछली सुनवाई के दौरान ही ऐसी आशंका व्यक्त की थी, जो आज सच साबित हुई। पिछली सुनवाई के दौरान सीबीआई ने अपनी बहस पूरी कर ली थी इसके बाद फिर से समय मांगा जाना सही नहीं है।