उत्तरप्रदेश गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज से मरीजों की खरीद का मामला सामने आया है।
यह कहानी है एक पुलिस अफसर की दिलेरी की। खबर है कि सादी वर्दी में उस पुलिस अफसर ने पहले तो दलालों के बीच बैठकर उन्हें दोस्त बनाया।
साथ बैठकर चाय की चुस्की लेने और पकौड़ी खाने के दौरान पूरे नेटवर्क को समझा और फिर माफिया की गर्दनें दबोचनी शुरू कर दीं।
यह पुलिस अफसर अभिनय का मंझा खिलाड़ी भी निकला।
सुरागकशी के दौरान कभी एंबुलेंस संचालक बनकर तो कभी तीमारदार के रूप में खुद का परिचय देकर भरोसा जमाया।
इस अफसर की मदद से पुलिस ने एंबुलेंस माफिया पर दर्ज दो अलग-अलग केस में 21 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है।
अब इनकी गैंगस्टर की फाइल तैयार की जा रही है। खबर है कि जल्द ही इन पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी हो जाएगी और फिर संपत्ति भी कुर्क होगी।
मुख्य आरोपी शामिल—–
मिली जानकारी के अनुसार चिलुआताल इलाके के फतेपुर निवासी रिजवान, रियासुद्दीन, मोहम्मद अकसीम, औरंगजेब, आसिर्फ अली उर्फ गोलू, मनोज निगम, राहुल, रोहन मिश्रा, प्रिंस चन्द्र, निलेश मिश्रा, साहिल सिंह, मोना चौरसिया को मुख्य आरोपी बनाया गया।