Join WhatsApp Group Join WhatsApp Group

kanpurEncounter: विकास दुबे के गांव वालों की फरियाद- साहब….वो जिंदा बच गया तो हमें मार डालेगा…

कुख्यात बदमाश विकास दुबे को लेकर गांव वालों में खौफ है। लोगों का बयान लेने जब पुलिस गांव पहुंची तो सभी चुप्पी साधे थे और पुलिस से एक शख्श बोला- साहब माफ करो, हमे कुछ नहीं कहना, अगर कुछ बोला और वो बचकर वापस आ गया तो हम सबको मार डालेगा…बस इसी डर के कारण सभी चुप हैं।

कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर में 3 जुलाई को 8 पुलिस जवानों की हत्या के बाद फरार आरोपी विकास दुबे की अपराध की दुनिया में अलग ही पहचान है. कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे की स्टोरी भी किसी फिल्म की कहानी की तरह ही है. आपको जानकार हैरानी होगी कि जिस कुख्यात आरोपी की तलाश पुरे उत्तर प्रदेश की पुलिस (UP Police) सरगर्मी से कर रही है,

उसे विकरू गांव के कुछ लोग ‘खुदा’ की तरह मानते हैं. ये लोग कानून से ज्यादा उसपर भरोसा करते थे. बीते दिनों एक युवती ने विकास का महिमामंडन करने वाला एक पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर भी किया है. हालांकि इसके पीछे विकास की दबंगई या दहशत, ज्यादा बताई जा रही है.

बिकरू गांव में विकास दुबे का खासा आतंक

जी हां बिकरू गांव में विकास दुबे का खासा आतंक है इसलिए वहां कोई कुछ कहने से या बताने से बच रहा है। पुलिस बिकरु गांव के लोगों से पूछताछ करने पहुंची तो सब डरे सहमे दिखे और कुछ कहने से बचते दिखे।

कानपुर ​के चौबेपुर थाना क्षेत्र के विकरू गांव में ही कई ऐसे लोग भी हैं, जो विकास को किसी हैवान से कम नहीं मानते. विकास दुबे की गुंडई और दबंगई का अंदाजा सिर्फ इस बात से लगाया जा सकता है कि इसी गांव से 18 परिवारों को मजबूरन पलायन करना पड़ा. गांव के बुजुर्ग 80 वर्षीय शिवराम बताते हैं कि विकास दुबे की मौत के बाद ही इस गांव में लोग चैन की सांस ले पाएंगे. उन्होंने बताया कि 10 साल पहले विकास दुबे की दहशत और दबंगई के चलते 18 परिवारों ने जिले से पलायन कर लिया था. पलायन के 3 महीने बाद उन लोगों के मकान पर भी आरोपी विकास ने कब्जा जमा लिया.

ऐसे बनता था ‘खुदा’ से हैवान

शिवराम बताते हैं कि विकास दुबे गरीबों की शादी में कुछ मदद कर किसानों व गरीबों की नजर में खुदा बन जाता था. लेकिन इस तरह वो गरीबों के घर में एंट्री कर लेता था और इसके बाद उसका हैवान वाला चेहरा सामने आता था. वो दबंगई और असलहे के दम पर वह लोग ही जमीन अपने नाम करा लेता था. विकास की दहशत इस कदर थी कि अगर कोई विकास के पैसे नहीं दे पाता ता तो अपने गुर्गों से लेकर पुलिस तक से उनका उत्पीड़न कराता था.

थाने में घुसकर की थी हत्या,लूट, डकैती, हत्या के प्रयास समेत कुल 60 से अधिक केस दर्ज

गांव वालों का कहना था कि वह मेहनत मजदूरी करके परिवार पालते हैं। विकास से उनका कोई लेना देना नहीं है। जिससे एक बात तो साफ है कि विकास का गांव में इतना आतंक है कि कोई कुछ भी बोलने से बच रहा है। विकास इतना कुख्यात है कि उसने थाने में घुसकर हत्या की है। साथ ही विकास पर भाजपा नेता समेत पांच हत्या के केस दर्ज हैं। इसके अलावा लूट, डकैती, हत्या के प्रयास समेत कुल 60 से अधिक केस हैं। फिर भी उसके रुतबे में कोई कमी नहीं आई।

Share
Now