बिहार से लेकर झारखंड तक गाय के गोबर से बनी राखिया,जानिए क्या है खासियत……

बिहार में स्थित औरंगाबाद जिले में देसी गाय के गोबर से बनी राखियों की खूब चर्चा हो रही है। औरंगाबाद के कुटुंबा प्रखंड के चपरा गांव स्थित पंचदेव मंदिर में देसी गाय के गोबर से इको फ्रेंडली राखियां बनाई गई हैं।

यह जिले में ही नहीं बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों में बहनों के द्वारा भाइयों की कलाई पर ये बांधी जाएंगी। इतना ही नहीं यहां की राखियां फौजी भाइयों की भी कलाई की शोभा बढ़ाएगी।

आपको बता दें झारखंड के जमशेदपुर से औरंगाबाद के पंचदेव धाम आकर सीमा पांडेय यहां की युवतियों एवं महिलाओं को न सिर्फ गोबर से राखियां बनाना सिखा रही हैं।

बल्कि वे गोबर से दीपक, खिलौने, देवी-देवताओं की मूर्तियां, अगरबत्ती, धूप बत्ती, डायबिटीज एवं बीपी मैट, मोबाइल रेडिएशन प्रोटेक्शन सहित कई प्रकार की सामग्रियां बनाकर आत्मनिर्भर होना सिखा रही हैं। मंदिर कमेटी की ओर से सभी महिलाओं को उनके काम के आधार पर दैनिक भुगतान भी किया जाता है।

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