दिल में गम का गुबार ,आंखों में आंसू का सैलाब , पिता की चिता पर बैठकर ही गुजारी रात ! अखिलेश अभी भी….

समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने बीते दिनों आखिरी सांस ली। निधन के बाद उनके बेटे व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सैफई में अंतिम संस्कार किया। दिल में गम और आंखों में आंसू लिए अखिलेश ने पिता की चिता के पास ही पूरी रात गुजारी। काफी देर वह खामोशी से खड़े भी रहे। सुबह होते ही उनके बेटे अर्जुन और परिवार के अन्य सदस्य उनके साथ आ गए। उनकी पत्नी डिंपल यादव भी घर की अन्य महिलाओं के साथ दिवंगत आत्मा की शांति के लिए अनुष्ठान में शामिल होने के लिए मौके पर पहुंचीं.

अंतिम संस्कार के अगले दिन बुधवार की सुबह अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ”आज पहली बार लगा, बिन सूरज सवेरा उगा।” उन्होंने अंतिम संस्कार की दो तस्वीरों को भी ट्वीट किया। इसके बाद, यादव परिवार ‘शुद्धि संस्कार’ के लिए गया, जिसमें अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव ने अपने चाचा अभय राम के घर के आंगन में अपना सिर मुंडाया। परिवार के लिए भावुक कर देने वाले पल में शिवपाल अपने भतीजे के कंधों पर हाथ रखकर दिलासा देते दिखे और अखिलेश फूट-फूट कर रो पड़े.

फूट-फूटकर रो पड़े धर्मेंद्र यादव
वहीं, उनके चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव, जिन्होंने भी रस्मों के तहत अपना सिर मुंडवा लिया था, कार्यकर्ताओं से मिलते हुए फूट-फूट कर रो पड़े। अखिलेश की पत्नी डिंपल भी घर की बुजुर्ग महिलाओं को गले लगाते हुए भावुक हो गईं। साल 2016-17 में झगड़े के बाद अपने भतीजे अखिलेश और समाजवादी पार्टी से अलग होने वाले शिवपाल परिवार के एकमात्र सदस्य थे जिन्होंने बुधवार को बात की थी।

अभी बोलने की स्थिति में नहीं हूं: शिवपाल
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद परिवार के बारे में पूछे जाने पर शिवपाल ने कहा, ”अभी, मैं इस मुद्दे पर बोलने की स्थिति में नहीं हूं कि मुझे क्या करना है या मैं क्या करूंगा। नेताजी (मुलायम) के लिए कई रस्में निभानी हैं। इस समय निर्णय लेने का कोई सवाल ही नहीं है। इन सभी का फैसला एक उपयुक्त समय पर किया जाएगा।” वहीं, जिम्मेदारियों के बारे में एक सवाल पर शिवपाल ने कहा, “आइए देखते हैं कि मुझे क्या जिम्मेदारी दी जाती है; यह चर्चा करने का समय नहीं है।” उन्होंने कहा, ”अगर कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई तो भी जो हमसे जुड़े हैं और सम्मान नहीं पा रहे हैं, हम उन्हें साथ लाएंगे

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