जयपुर का ऐतिहासिक रामनिवास बाग और अलबर्ट हॉल को चूहों के प्रकोप से काफी परेशान है चूहों ने बाग की जमीन को पुरी तरह से खोकला कर दिया है साथ ही असंख्य बिल भी बना डेल है। जिससे बाग में स्थित ‘अल्बर्ट हॉल’ भी इससे प्रभावित हो रहा है चूहों की बढ़ती संख्या भवन की नीव के लिए बड़ा खतरा बन चुकी है। जहाँ अब इसी खतरे को देखते हुए जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की टीम ने इस पूरे इलाके को चूहों से मुक्त कराने के लिए दो दिवसीय अभियान शुरू किया गया अधिकारियों ने बताया कि इसके तहत ‘रामनिवास बाग’, ‘अल्बर्ट हॉल’ और बाग में स्थित अन्य स्थल सोमवार और मंगलवार को दो दिन के लिए बंद रहेंगे। अधिकारी चूहों को मारने के लिए बड़े पैमाने पर कीटनाशकों का इस्तेमाल करेंगे।
Highlights
चूहों के प्रकोप से त्रस्त हैं रामनिवास बाग और अल्बर्ट हॉल
1 लाख से भी ज्यादा हो सकते हैं चूहे
‘अल्बर्ट हॉल’ भवन भी हो रहा प्रभावित
1 लाख से भी ज्यादा हो सकते हैं चूहे
रामनिवास उद्यान के अधीक्षक अब्दुल मजीद के अनुसार, इलाके में बड़ी संख्या में चूहों की मौजूदगी पर्यटकों के साथ-साथ आम लोगों को भी परेशान कर रही है। इसलिए कीटनाशकों की मदद से चूहों को खत्म किया जाएगा और उनके बिलों को भरा जाएगा। उन्होंने बताया, ‘‘कोविड-19 महामारी के दौरान छोटे स्तर पर चूहा नियंत्रण गतिविधियां चलाई गई थीं, लेकिन इस बार बड़े स्तर पर गतिविधियां चलाई जा रही हैं।
क्या है चूहों के बढ़ने का मुख्य कारण?
जयपुर का ऐतिहासिक रामनिवास बाग और अलबर्ट हॉल के पास इस इलाके में चिड़ियाघर, पक्षी उद्यान और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र रविन्द्र मंच थियेटर भी है। साथ ही एक अधिकारी ने बताया की यहाँ रेहड़ी वालों और पक्षियों को दाना खिलाने वालों के कारण चूहों की संख्या बढ़ी है