मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने उम्मीद जताई है कि उत्तराखंड में कोरोना पर जल्द काबू पा लिया जाएगा। सभी जिलों में अफसर और कर्मचारी मिशनरी मोड में काम कर रहे हैं।
उच्च स्तर से भी मॉनीटरिंग की जा रही है। जहां भी कमियां मिल रही हैं, उन्हें तत्काल दूर किया जा रहा है। त्रिवेंद्र बोले, चार माह के अनुभव से प्रशासनिक क्षमता बढ़ी है।
कोविड-19 के मामलों में सर्विलांस, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, सैंपल टेस्टिंग, क्लिनिकल मैनेजमेंट एवं जनजागरूकता, इन पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
पूरे उत्तराखंड में टेस्टिंग लैब, आईसीयू, वेंटिलेटर, पीपीई किट, एन95 मास्क और ऑक्सीजन सपोर्ट की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। नियमित सर्विलांस से घर-घर संदिग्ध मरीजों का पता लगाया जा रहा है।
आशा और आंगनबाड़ी इसमें अहम भूमिा निभा रही हैं। सभी जिलों में एक बार का सर्विलांस पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि राज्य में सैंपल जांच की स्थिति में भी सुधार किया गया है।
जल्द यहां राष्ट्रीय औसत के बराबर सैंपलिंग कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्यभर में कोविड फैसिलिटी के तहत ऑक्सीजन सपोर्ट बेड बढ़ाकर 1126, आईसीयू बेड की संख्या 247 और वेंटिलेटर की संख्या 159 कर दी गई है।
हेल्थ वर्करों की मेहनत से सुधरा रेट
देहरादून। कोरोना से रिकवरी मामले में देश में उत्तराखंड के टॉप पर आने पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने राज्यवासियों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को बधाई दी।
वे बोले, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं और हेल्थ वर्करों की मेहनत से यह संभव हुआ। रिकवरी रेट आगे भी अच्छा बनाए रखने की जरूरत है।
सरकार कोरोना नियंत्रण के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है। चार महीनों में स्वास्थ्य कर्मियों ने बहुत बेहतर काम किया। लेकिन, अब भी आराम करने का समय नहीं है।
डोईवाला में सीएम त्रिवेंद्र ने स्वरोजगार योजना शुरू की
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज अपनी विधानसभा डोईवाला में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का भी विधिवत शुभारंभ किया. इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत के साथ पार्टी के कई कार्यकर्ता मौजूद रहे. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि गाय गंगा डेयरी योजना के तहत प्रदेश में पहले चरण में 10 हजार पशुपालकों को सब्सिडी के तहत गाय उपलब्ध कराई जाएगी. इस संख्या को अगले वर्ष तक दोगुनी करने का लक्ष्य भी सरकार ने रखा है!
देश में उत्तराखंड कोरोना के रिकवरी रेट में अव्वल, जानें 21 राज्यों का रिकवरी रेट
वहीं कोरोना मरीजों की रिकवरी दर में उत्तराखंड सबसे टॉप पर है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि रविवार सुबह तक स्वस्थ हुए रोगियों की संख्या बढ़कर 4,09,082 हो गई है।
इस बीच केंद्र सरकार ने कहा कि 21 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से भी ज्यादा हो चुका है। मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटों के दौरान, कोविड-19 के कुल 14,856 रोगियों को ठीक हुए हैं।
अब देश में कोरोना के सक्रिय मामलों की तुलना में 1,64,268 अधिक लोग स्वस्थ हुए हैं। इससे कोविड की राष्ट्रीय रिकवरी दर बढ़कर 60.77 प्रतिशत हो गई है। वर्तमान में कोविड के 244814 सक्रिय मामले हैं और सभी का उपचार किया जा रहा हैं।
सरकार ने कहा कि देश के 21 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना मरीजों की रिकवरी दर राष्ट्रीय औसत से भी अधिक है। इनमें पहले नंबर पर केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में रिकवरी रेट 85.9 और दूसरे नंबर पर लद्दाख 82.2 फीसदी है।
तीसरे नंबर पर उत्तराखंड है, जहां रिकवरी दर 80.9 फीसदी पहुंच गई है। यदि राज्यों की बात करें तो उत्तराखंड पहले नंबर पर है। राज्य में कुल 3093 कोरोना मरीज आए थे, जिनमें से 2502 ठीक हो चुके हैं तथा 549 उपचाराधीन हैं। जबकि कोरोना संक्रमित 42 लोगों की मौत हो चुकी है।
उत्तराखंड में इस सप्ताह घटी मरीजों की संख्या
देहरादून। उत्तराखंड में बीते पांच हफ्तों के मुकाबले इस हफ्ते कोरोना के मामलों में खासी कमी आई है। कोरोनाकाल के 16वें सप्ताह में राज्य में सिर्फ 302 मरीज मिले जबकि इस दौरान 590 लोग अस्पतालों से डिस्चार्ज किए गए।
राज्य में कोरोना के मरीज मिलने का सिलसिला शुरू होने के बाद से अभी तक 16 सप्ताह गुजर चुके हैं। 16 वें सप्ताह में मरीजों की संख्या में कमी तो आई ही ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी लगभग दोगुना हो गई।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ अनूप नौटियाल का कहना है कि, इस हफ्ते पिछले पांच सप्ताह के मुकाबले कम मरीज मिले। रिकवरी भी अच्छी रही। जबकि मरीजों की मौत के मामले भी इससे पहले के सप्ताह की तुलना में कम रहे हैं।
चिंताजनक : संक्रमण के मामले में भारत रूस को पछाड़ते हुए तीसरे पायदान पर आ गया है। वल्डोमीटर के अनुसार रविवार रात 9.30 बजे के आंकड़े के मुताबिक देश में 687,760, रूस में कुल 681,251 मामले हो गए।
राज्यों की रिकवरी दर
नंबर प्रदेश रिकवरी रेट (%)
01. चंडीगढ़ 85.9
02. लद्दाख 82.2
03. उत्तराखंड 80.9
04. छत्तीसगढ़ 80.6
05. राजस्थान 80.1
06. मिजोरम 79.3
07. त्रिपुरा 77.7
08. मध्यप्रदेश 76.9
09. झारखंड 74.3
10. बिहार 74.2
11. हरियाणा 74.1
12. गुजरात 71.9
13. पंजाब 70.5
14. दिल्ली 70.2
15. मेघालय 69.4
16. ओडिशा 69.0
17. उत्तर प्रदेश 68.4
18. हिमाचल प्रदेश 67.3
19. पश्चिम बंगाल 66.7
20. असम 62.4
21. जम्मू-कश्मीर 62.4