पंजाब के मोहाली में पबजी गेम की लत के कारण दो बच्चों ने अपने परिजनों को कंगाल कर दिया। गेम में वर्चुअल हथियार और बुलेट प्रूफ जैकेट खरीदनेे का शौक इन दोनों बच्चों में इतना बढ़ गया की इन्होने अपने परिजनों के खातों से 19 लाख रुपये खर्च कर डाले। इनमें से एक लड़का मोहाली का बताया जा रहा है, जो दसवीं कक्षा में पढ़ता है, उसने अपने परिजनों के खाते से 3 लाख, जबकि दूसरा बच्चा खरड़ निवासी है जो की 17 वर्षीय है, उसने अपने परिजनों के खाते से करीब 16 लाख रुपये उड़ा दिए।
इस मामले का खुलासा तब हो पाया जब परिजनों ने अपने बैंक अकाउंट चेक किए। बैंक अकाउंट खाली होने के कारण दोनों परिजन लगभग कंगाल हो चुके हैं। वहीं, इस तरह का मामला सामने आने के बाद लोग हैरान है।दोनों बच्चो के परिजनों ने इस मामले में पुलिस की शरण ली है। उनके मुताबिक ऐसे गेम्स के जरिये ऑनलाइन ठगी होती है जिसके पीछे एक बड़े गिरोह का हाथ है, जो कोरोना काल में काफी सक्रिय हो चूका है और बच्चों को अपने जाल में फंसा कर लूट रहा है। ऐसे लोगो पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। परिजनों का कहना है कि सैकड़ों लोग इस प्रकार ठगी का शिकार हो रहे हैं लेकिन इज्जत के डर से वह कुछ भी बोलने से बचते हैं।
पहला मामला खरड़ के एक 17 वर्षीय किशोर का है, जिसने पबजी गेम में करीब 16 लाख रुपये के वर्चुअल हथियार खरीद डाले। पैरेंट्स को इस बात की जानकारी तब हुई जब उनके पास पैसे कटने संबंधी एक मैसेज फोन पर मिला। इसके बाद पैरेंट्स ने बैंक पहुंचकर सारे रिकॉर्ड चेक किए तो होश उड़ गए। परिजनों ने बताया है कि उन्होंने अपने बेटे को स्कूटर रिपेयर की दुकान पर काम करने के लिए छोड़ दिया है ताकि उसे अहसास हो पाए कि उसने क्या किया है और पैसे कैसे कमाए जाते हैं।
दूसरा मामला मोहाली निवासी 10वीं में पढ़ रहे एक अन्य बच्चे का है। इस बच्चे के पिता ने बताया की शुरू में अचानक उनके घर से कभी 10 हजार तो कभी 15 हजार रुपये गायब होने लगे। धीरे धीरे कर के 3 लाख रुपये अकाउंट से गायब हो गए।