लॉकडाउन के दौरान कई प्राइवेट स्कूलों ने ज्यादा फीस वसूलने के लिए नई तरकीब निकाली है। सरकार के ट्यूशन फीस के अलावा अन्य मदों पर शुल्क वसूलने पर रोक लगाने के बाद कई स्कूलों ने ऑनलाइन एक्टिविटी क्लासेस भी शुरू कर दी हैं।
अभिभावकों का मानना है कि सरकार की सख्ती के बाद ज्यादा फीस वसूलने के लिए स्कूल ऐसा कर रहे हैं। ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर ज्यादातर स्कूल व्हाट्सएप पर काम भेज देते हैं। अभिभावकों की जिम्मेदारी है कि वे बच्चों से काम कैसे करवाएं।
अभिभावक गजेंद्र सिंह का कहना है कि हम तीन से चार घंटे तक बच्चों को व्हाट्सएप पर दिया काम कराते हैं। उसके बाद अब सिर पर एक्टिविटी कराने का जिम्मा भी डाल दिया गया है।
स्कूलों के इस कदम से ज्यादातर अभिभावक सहमत नहीं हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों को योग, जुंबा, ड्रॉइंग, पेंटिंग, डांसिंग, सिंगिंग और स्पोट्र्स जैसे टास्क दिए जा रहे हैं। ज्यादातर स्कूल व्हाट्सएप पर लिखकर या वीडियो बनाकर टास्क दे रहे हैं। कई बार उन्हें सिखाने के लिए यू-ट्यूब के लिंक भेजे जा रहे हैं। ये सब तो बच्चे खुद भी यू-ट्यूब से कर सकते हैं।