उत्तराखंड: दुर्घटनाओं के भयावह आंकड़े, सड़कों पर नहीं थम रहीं मौतें….

उत्तराखंड में सड़क हादसे थम नहीं रहे हैं। इस साल नौ महीने में 1010 सड़क हादसे हो चुके हैं। जिनमें 579 लोगों की मौत हुई और 789 लोग घायल हुए हैं। पिछले साल की अपेक्षा हादसों में करीब 42 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। मृतकों की संख्या 30 और घायलों की संख्या में 43 फीसदी बढ़ोतरी हुई है।ओवरलोडिंग, चालकों की लापरवाही और सड़कों की खराब दशा हादसों की वजह बताई जा रही है। प्रदेश में पिछले सालों में मुख्य सड़कों की दशा में कुछ हद तक सुधार हुआ है, लेकिन ड्राइवरों की लापरवाही भारी पड़ रही है।
यही वजह है कि सड़क हादसे घटने की बजाय बढ़ रहे हैं। पिछले साल जनवरी से सितंबर तक प्रदेश में 685 सड़क हादसे हुए। जबकि इस बार 1010 हादसे हो हुए हैं। पिछली बार 445 लोगों की जान गई, इस बार 579 लोगों की मौत हुई। पिछले साल 550 और इस बार 789 लोग घायल हुए हैं। हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर, देहरादून और बागेश्वर में सबसे ज्यादा सड़क हादसे हुए हैं।
देहरादून जिले की सड़कों पर 49 ब्लैक स्पॉट हैं। इसमें 34 पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए काम किए गए, लेकिन अधिकांश ब्लैक स्पॉट पर सुधार करने के बाद भी हादसे थम नहीं रहे हैं। यहां कई लोगों की जान भी गई है। सबसे ज्यादा 26 ब्लैक स्पॉट राष्ट्रीय राजमार्गों पर हैं। पीडब्ल्यूडी की सड़कों पर 16 ब्लैक स्पॉट हैं।

रिपोर्ट- दिव्या श्रीवास्तव

Share
Now