रिपोर्ट हमजा राव
बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के कपाट खोले जाने और पूजा अर्चना कैसे संपन्न्न कराई जाए, इस पर (आज) सोमवार को फैसला हो सकता है। टिहरी राजपरिवार के प्रतिनिधि देहरादून पहुंच गए हैं। वे सरकार के साथ सभी पहलुओं पर आज विचार विमर्श करेंगे। उधर, सूत्रों का कहना है कि, बदरीनाथ और केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथियां पीछे खिसक सकती हैं।
बदरीनाथ धाम के कपाट वैशाख शुक्ल पक्ष की 15 तारीख तक खोले जाने अनिवार्य हैं। ऐसे में क्या तय तारीख 30 अप्रैल को ही धाम के कपाट खोले जाएं या फिर तारीख आगे बढ़ाई जाए। यदि तय तारीख पर ही धाम के कपाट खोले जाते हैं, तो रावल की क्या भूमिका रहेगी। क्योंकि रावल के लौटने पर 14 दिन क्वारंटाइन किया जाना है। उनके सोमवार को पहुंचने की उम्मीद है। ऐसे में इन तमाम सवालों के जवाब और एक व्यवस्था बनाने का फैसला सरकार और राजपरिवार के बीच होने वाली अहम चर्चा में लिया जाना है। सरकार राजपरिवार को व्यवस्था बनाने का अधिकार दे चुकी है।
सांसद माला राज्यलक्ष्मी देहरादून पहुंची।
टिहरी राज परिवार की सदस्य सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह दिल्ली से रविवार को देहरादून पहुंच गई हैं। उनके साथ राजपरिवार प्रमुख मनु जयेंद्र शाह नहीं आए हैं। राजपरिवार और सरकार के बीच जो भी तय होगा, उसी अनुरूप राजपरिवार प्रमुख व्यवस्था देंगे। इसमें तारीख आगे बढ़ाने से लेकर रावल के विकल्प के रूप में डिमरी समाज से किसी ब्रह्मचारी ब्राह्मण को पूजा का अधिकार देना तक शामिल हो सकता है।
ऋषिकेश पहुंचने पर होगी जांच
पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि बदरीनाथ धाम के रावल ने उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर लिया है। सोमवार तक वे उत्तराखंड पहुंच जाएंगे। उनकी और सहयोगियों की ऋषिकेश में जांच कराई जाएगी। उन्हें कहां क्वारंटाइन करना है, इस पर सोमवार को फैसला लिया जाएगा।
सरकार लगातार हमारे संपर्क में है। अगले एक दो दिन में व्यवस्था बन जाएगी। ये भी देखा जाना होगा कि तीन मई के बाद लॉकडाउन की क्या स्थिति रहती है। यदि लॉकडाउन आगे बढ़ता है, तो उस लिहाज से भी व्यवस्थाओं को देखा जाना होगा। ये सरकार तय करेगी। जो भी व्यवस्था बनेगी, उस लिहाज से राजपरिवार फैसला लेगा।
– जयेंद्र शाह, टिहरी राजपरिवार प्रमुख…
बदरीनाथ के साथ ही केदारनाथ धाम को लेकर भी आज चर्चा होगी। केदारनाथ के कपाट आमतौर पर बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने से एक दिन पहले खोले जाते हैं। ऐसे में सोमवार को राजपरिवार के साथ सभी बिंदुओं पर बात कर कोई व्यवस्था तय की जाएगी।
– सतपाल महाराज, पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री।