इस्राइल और हमास के बीच गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई को लेकर सहमति बनी है। यह समझौता न केवल संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में एक अहम कदम होगा, बल्कि इसके अंतर्गत बंधकों एवं फलस्तीनी कैदियों की क्रमिक रिहाई का मार्ग भी प्रशस्त होगा। सीएनएन ने अपने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी साझा की है।
बंधकों और कैदियों की होगी रिहाई
इस समझौते के अनुसार, हमास एवं उसके संबद्ध संगठन सात अक्टूबर, 2023 को हुए हमलों के दौरान बंधक बनाए गए इस्राइली नागरिकों को रिहा करेंगे। इसके बदले में इस्राइल सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों को आज़ाद करेगा। समझौते के तहत, गाजा के निवासियों को संघर्ष के कारण उत्पन्न संकट से राहत मिलने की उम्मीद है। यह इस्राइल के हालिया हमलों के बाद गाजा में दूसरी बार संघर्ष विराम होगा। साथ ही, गाजा के उत्तरी भाग में नागरिकों को पुनः लौटने की अनुमति दी जाएगी और वहां मानवीय सहायता पहुंचाई जाएगी, जहां लोग लंबे समय से भुखमरी की स्थिति झेल रहे हैं।
कतर और हमास की ओर से पुष्टि
कतर और हमास के अधिकारियों ने इस समझौते की पुष्टि कर दी है। हालांकि, इस्राइल की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। समझौते को अंतिम रूप देने के लिए प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की कैबिनेट की स्वीकृति जरूरी है। उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ दिनों में यह समझौता लागू हो जाएगा। प्रारंभिक तौर पर युद्धविराम छह सप्ताह तक जारी रह सकता है, जिसके बाद युद्ध को स्थायी रूप से समाप्त करने के लिए वार्ता शुरू होगी।
हमास का निर्देश: नागरिक अपने स्थानों पर रहें
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, हमास ने गाजा के निवासियों से अपील की है कि जब तक युद्धविराम की आधिकारिक घोषणा न हो जाए, वे अपनी जगह से न हिलें। हमास के मीडिया कार्यालय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर नागरिकों को सलाह दी है कि वे केवल अधिकृत स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें और युद्धविराम के समय तक सतर्क रहें।
डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिक्रिया
इस समझौते पर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रूथ सोशल’ पर लिखा कि मध्य पूर्व में बंधकों की रिहाई के लिए एक सफल समझौता हुआ है और वे जल्द ही मुक्त हो जाएंगे। उन्होंने सभी पक्षों को धन्यवाद भी दिया।
हमास के हमले से शुरू हुआ था युद्ध
सात अक्टूबर, 2023 को हमास ने इस्राइल पर हमला कर दिया था, जिसमें 1,200 लोग मारे गए और लगभग 250 लोगों को बंधक बना लिया गया। इसके बाद इस्राइल ने जवाबी सैन्य अभियान चलाया, जिसमें फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक अब तक 46,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। इस युद्ध के चलते गाजा की करीब 90 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो चुकी है और क्षेत्र में भीषण मानवीय संकट उत्पन्न हो गया है। नवंबर 2023 में भी एक सप्ताह के संघर्ष विराम के दौरान गाजा से 100 से अधिक बंधकों की रिहाई हुई थी।