Saharanpur:एक थानेदार ऐसा भी जिसने परिवारिक जिम्मेदारी को छोड़ अपनी ड्यूटी को दिया अंजाम!

तेरे जज्बे को सलाम ए-खाकी……..

रिपोर्ट-सुभाष कश्यप/रविश अहमद_सहारनपुर!!

  • पिता बने पर ड्यूटी छोड़ पत्नी-बेटे को देखने नहीं गए थानेदार !
  • पापा बनने पर भी थानेदार भानु प्रताप सिंह ने नहीं ली छुट्टी !
  • डॉक्टर से पत्नी-बेटे का ख्याल रखने को कहा!
  • चारों तरफ हो रही तारीफ !
  • जनता कर रही जज्बे को सलाम!

सहारनपुर(गागलहेड़ी)। पुलिसकर्मी सबसे छोटे कर्मचारी से लेकर बड़े अफसरों तक कोरोना महामारी के इस संकट के दौर में अपने देशवासियों की सुरक्षा के प्रति इतने अधिक संवेदनशील हैं कि हर तरफ से पुलिसकर्मियों द्वारा किए जा रहे मानवीय कार्यों एवं त्याग की खबरें आ रही हैं।


कोरोना वायरस के खतरे के बीच पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी के प्रति इतने समर्पित हैं कि अपने परिवार के प्रति ज़िम्मेदारियों में भी त्याग की भावना से कार्य अंजाम दे रहे हैं। सहारनपुर के थाना गागलहेडी थानाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह ने पिता बनने पर भी छुट्टी नहीं ली। फाेन पर जब यह समाचार मिला ताे थानेदार ने कहा कि वह कोरोना खतरे के समय छुट्टी नहीं ले सकते। यह कहते हुए थानेदार ने डॉक्टर से ही आग्रह किया है कि वह उनके बेटे और पत्नी का ख्याल रखें।

इससे भी अधिक हैरान कर देने वाली बात यह है कि जिस अस्पताल में थानेदार की पत्नी ने बेटे काे जन्म दिया, वह अस्पताल थाने से महज 15 किलाेमीटर की दूरी पर ही है। यूपी पुलिस के एस आई भानू प्रताप की पत्नी देविका ने जनकपुरी थाना क्षेत्र के एक प्राईवेट नर्सिंग हाेम में बेटे काे जन्म दिया। भानू प्रताप डिलीवरी से पहले पत्नी काे अस्पताल भर्ती कराने के लिए पहुंचे थे लेकिन उसके बाद तुरंत ड्यूटी पर लाैट आए थे। डॉक्टर ने उनसे कहा कि ऐसे में समय में पिता का रहना जरूरी है लेकिन थानेदार ने डॉक्टर काे ही पत्नी और बेटे की देखभाल की जिम्मेदारी देते हुए कह दिया कि वर्तमान समय में जब पूरा देश कोरोना संकट के खतरे से जूझ रहा है ऐसे में उनका छुट्टी लेना उचित नहीं हाेगा और पत्नी को डॉक्टर और भगवान के भरोसे छोड़ अपनी ड्यूटी करने निकल पड़े।


पूछने पर थानेदार भानू प्रताप ने बताया कि बेटे के जन्म हुआ है। पत्नी और बच्चा दाेनाें स्वस्थ हैं। अस्पताल से छुट्टी भी मिल चुकी है। अब घर पर मां मुन्नी देवी दाेनाें का ख्याल रख रही हैं। मां के घर पर हाेने बाद अब उनकी चिंता भी कम हाे गई है और वह अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। भानू प्रताप का कहना है कि ड्यूटी के प्रति समर्पण भाव के साथ-साथ कोरोना संक्रमण का खतरा भी बेटे से नहीं मिलने की बड़ी वजह है।

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