राहुल गांधी का सरकार पर वार-खुली गुजरात मॉडल की पोल-कोरोना से मरने वालों की दर यहां दूसरे राज्यों से अधिक!!

  • गुजरात में कोरोना वायरस से मरने वालों की अधिक दर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सवाल उठाए हैं.
  • उन्होंने कहा है कि ये गुजरात मॉडल के सच को उजागर करता है.

राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए COVID-19 मृत्यु दर के मामले में बीजेपी शासित गुजरात और कांग्रेस शासित राज्यों महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब, पुडुचेरी, झारखंड और छत्तीसगढ़ की तुलना की है.

कोरोना वायरस संक्रमण और इससे हो रही मौतों को लेकर राजनीति बढ़ती जा रही है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरते हुए कहा है कि कोविड-19 के कारण सबसे ज्यादा मृत्यु दर के आंकड़े ने गुजरात मॉडल की पोल खोली है।

राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित गुजरात और कांग्रेस और सहयोगी दलों के शासन वाले छह राज्यों में कोरोना के कारण होने वाली मृत्यु दर का आंकड़ा देते हुए कहा कि इन सात राज्यो में सबसे ज्यादा मौत गुजरात मे हुई है जिससे मोदी के गुजरात मॉडल की पोल खुलती है।

उन्होंने कहा , ‘कोविड-19 मृत्यु दर- गुजरात 6.25 प्रतिशत, महाराष्ट्र 3.73 प्रतिशत, राजस्थान 2.32 प्रतिशत, पंजाब 2.17 प्रतिशत, पुड्डुचेरी 1.98 प्रतिशत, झारखंड 0.5 प्रतिशत, छत्तीसगढ़  0.35 प्रतिशत। गुजरात मॉडल की खुल गई पोल।’

गुजरात कोरोनावायरस से चौथा सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य . महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. हालांकि COVID-19 मरीजों की मृत्यु दर के हिसाब गुजरात शीर्ष पर है. गुजरात में मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत (2.86 प्रतिशत) के दोगुने से भी अधिक है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक,

गुजरात में कोरोना के 24,104 मामले हैं जबकि मृतकों की संख्या 1,500 के पार चली गई है. पिछले कुछ महीने से गुजरात में औसतन 400 नए केस आ रहे हैं.

स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोनावायरस मरीज़ों की कुल संख्या 3,43,091 हो गई है और जबकि इस वायरस से अब तक 9,900 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 10,667 नए मामले सामने आए हैं और 380 लोगों की जान गई है. हालांकि, राहत की बात यह है कि 1,80,013 मरीज़ कोरोना को मात देने में कामयाब हुए हैं. रिकवरी रेट 52.46 प्रतिशत पर पहुंच गया है.

Share
Now