मेवात दंगा :हटाए गए SP नूह!जुमे की नमाज को लेकर अलर्ट घरों में पढ़ने की अपील ,! रात भी एक धार्मिक स्थल में आग…..

शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा अभी शांत नहीं है। नूंह में फिर एक धार्मिक स्थल को आग लगाने की घटना सामने आई है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचीं दमकल की पांच गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। उधर, सरकार ने हिंसा के बाद सख्त एक्शन लिया है। नूंह के एसपी वरुण सिंगला का तबादला कर दिया गया है। उधर, आज नूंह में कर्फ्यू में दो घंटे की ढील दी गई है। इसके अलावा गुरुग्राम में आज घरों में ही जुमे की नमाज अदा करने की अपील की गई है।

सांप्रदायिक हिंसा से कामगारों में दहशत का माहौल
नूंह और गुरुग्राम की सांप्रदायिक हिंसा ने गुरुग्राम में रहकर काम करने वाले कामगारों को डरा दिया है।गुरुग्राम की सोसाइटियों में खास तौर पर सोहना रोड, बादशाहपुर, सेक्टर 57, 67, सेक्टर 70 के आस-पास के इलाकों में बहुत सारे हाउस कीपिंग और घरेलू कामगार अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं। नूंह और गुरुग्राम में सांप्रदायिक हिंसा के बाद इन परिवारों में दहशत का माहौल बन गया है। जिला प्रशासन ओर आरडब्ल्यूए ने उन्हें सुरक्षा का आश्वासन दिया है। बावजूद इसके कामगार डरे हुए हैं, वे अपने गांव जाने की तैयारी में हैं। कुछ सोसाइटियों में अभी कामगार नहीं आ रहे हैं।

जुमे की नमाज के मद्देनजर पुलिस अलर्ट
नूंह प्रकरण के बाद शुक्रवार को शहर की मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा की जाएगी। ऐसे में पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है और लगातार गश्त करके असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा रही है। पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने सभी डीसीपी, एसीपी, थाना व चौकी प्रभारियों को धार्मिक स्थलों के बाहर विशेष ड्यूटी लगाकर निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं।

जलाभिषेक हिंसा में सात घंटे तक मौत के साये में रहे सैकड़ों लोग
नूंह में जलाभिषेक यात्रा से लौटे घायल सैनिक कॉलोनी निवासी अशोक कुमार पंवार तीन दिन बाद भी सदमे से नहीं उबर सके हैं। फरीदाबाद से सैकड़ों महिलाएं और पुरुष कार्यक्रम में शामिल हुए और घंटों फंसे रहे। उनके साथ करीब 15-20 लोग छह-सात घंटे तक मौत के साये में नूंह के पास एक श्रीराम मंदिर में रहे। अशोक ने बताया कि उपद्रवी वाहनों से ऐसे पत्थर फेंक रहे थे, जैसे ओले पड़ रहे हों। करीब दस किलोमीटर के एरिया में उपद्रवी पत्थर और हथियारों से लैस थे। पवार ने बताया कि नल्हड़ महादेव मंदिर काफी प्रसिद्ध है और वह तीन साल से जलाभिषेक करने जाते रहे हैं। हर बार पुलिस सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं था। उनके साथ पांच अन्य लोग पहली बार जलाभिषेक यात्रा में शामिल होने वाले आए थे।

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