लखनऊ: उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली जैदी ने मौलाना सैयद कल्बे जवाद को मर्द-ए-मुजाहिद कहते हुए कहा कि उन्होंने लखनऊ की अज़ादारी से लेकर पूरे सूबे की वक्फ़ इमलाक के लिए न सिर्फ़ लड़ाई लड़ी, बल्कि उसमें कामयाबी भी हासिल की।
उन्होंने कहा कि पूरे हिंदुस्तान में जब भी अहले बैत (अ.) के चाहने वालों पर कोई मुश्किल आती है, तो मौलाना कल्बे जवाद साहब वह अकेली शख्सियत हैं जो हर मोर्चे पर सबसे आगे खड़े नज़र आते हैं।
अली जैदी ने कहा कि मौलाना आज भी अज़ा-ए-इमाम हुसैन (अ.) और औक़ाफ़ के तहफ़्फ़ुज़ के लिए हर मैदान में सबसे आगे हैं, और शिया वक्फ़ बोर्ड हर कदम पर उनके साथ खड़ा है।
उन्होंने उन अफ़वाहों को सिरे से खारिज किया जिनमें यह कहा जा रहा था कि वक्फ़ बिल को लेकर मौलाना सैयद कल्बे जवाद और बोर्ड का रुख़ अलग-अलग है। अली जैदी ने इन खबरों को झूठ और फितना फैलाने की कोशिश करार दिया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि शिया वक्फ़ बोर्ड ने अपना एहतिजाजी ड्राफ्ट सबसे पहले मौलाना सैयद कल्बे जवाद साहब की खिदमत में पेश किया था और उनकी ताईद हासिल करने के बाद ही इसे जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (जेपीसी) के सामने रखा गया। मौलाना ने इस ड्राफ्ट की न सिर्फ़ तारीफ की, बल्कि बोर्ड के मज़बूत रुख़ की सराहना भी की।
अली जैदी ने कहा कि मौलाना सैयद कल्बे जवाद साहब के नेतृत्व में वक्फ़ संपत्तियों की हिफ़ाज़त और अज़ादारी की राह में किसी भी साजिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।