- 2009 में दक्षिण अफ्रीका और 2014 में टूर्नामेंट के आधे मैच भारत के अलावा यूएई में हुए थे।
- अगर इस बार आईपीएल रद्द है तो 4 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होगा.
नई दिल्ली, । IPL 2020 का आयोजन हो पाएगा या नहीं इस पर संशय बना हुआ है, लेकिन भारतीय क्रिकेट बोर्ड यानी बीसीसीआइ हर उस विकल्प को तलाश रहा है जिससे की इस लीग का कराया जा सके। बोर्ड का मानना है कि इस साल कोई भी विंडो मिले और अगर विदेश में भी इसे कराना पड़े तो वो राजी है।
BCCI को कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा कि हमारे खिलाड़ी आइपीएल भारत में ही खेलें तो ये ज्यादा सुरक्षित है और यही हमारी पहली प्राथमिकता भी है, लेकिन परिस्थिति अगर सही नहीं होती है तो हमारे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं बचता है। हमारे पास एक विंडो उपलब्ध है और हम आइपीएल 2020 को बाहर भी आयोजित कर सकते हैं। हालांकि प्राथमिकता यही है कि आईपीएल घरेलू सरजमीं पर ही हो।
इस बीच इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी ICC की 28 मई को होने वाली बैठक भी 10 जून तक के लिए आगे बढ़ गई, जिसमें इस साल 18 अक्तूबर-15 नवंबर तक होने वाले वर्ल्ड टी-20 के भविष्य पर फैसला होता, जिसकी मेजबानी ऑस्ट्रेलिया को करनी है।
सूत्र की माने तो अभी कुछ भी तय नहीं हुआ है। अगर अगली बैठक में विश्व कप के रद्द होने की खबर मिलती है तो फिर आईपीएल अपनी विंडो तलाशेगा।
बता दें कि आईपीएल 2020 इस साल 29 मार्च से शुरू होना था, लेकिन कोरोनोवायरस संकट के कारण इसे अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने भी अपने ‘सभी एजेंडा आइटम’ पर 10 जून तक निर्णय टाल दिया है। जिसमें टी20 वर्ल्ड कप के आयोजन का मुद्दा भी शामिल है।