धामपुर में आयोजित कार्यक्रम में बोले हृदय रोग विशेषज्ञ सीने में दर्द के साथ भारीपन हो या सांस लेने में दिक्कत तो ख़ुद डॉक्टर न बनें बल्कि चिकित्सक से तुरंत ही परामर्श लें, कईं मामलों में देखा गया है कि माइल्ड अटैक की स्थिति को लोग गैस आदि की समस्या मान लापरवाही कर जाते हैं जिसका नतीजा भयंकर होता है।
वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ ने कही ये बाते
ये बातें धामपुर में प्राइवेट बस स्टेशन के निकट स्थित एक स्थान पर उजाला सिग्नेस ब्राइट स्टार हॉस्पिटल व साथी फाउंडेशन के तत्वाधान में वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ रूपेश सक्सेना ने कहीं। उन्होंने कहा कि अब जवान लोगों में भी दिल की बीमारी देखने को मिल रही है जिसकी वजह उनका रहन सहन और लापरवाह खान-पान है। उन्होंने महिलाओं के बारे में कहा कि महिलाओं के ब्रेस्ट में यदि कोई गांठ आदि हो या फिर उन्हें निजी अंग से किसी तरह का असामान्य डिस्चार्ज होता है तो तुरंत चिकित्सक की सलाह लें क्योंकि महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के अलावा सर्वाइकल कैंसर के भी मामले काफी मिल रहे हैं।
हार्ट अटैक आए तो देर न करें
हार्ट अटैक आने के कईं-कईं घंटे बाद लोग हम तक इलाज के लिए पहुंचते हैं, लेकिन तब तक उनका काफी नुक़सान हो गया होता है। ऐसे में ज़रूरी है कि जिस समय हार्ट अटैक की बात जानकारी में आये तुरंत ही चिकित्सक को दिखाया जाए। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि अटैक के बाद थोड़ा लंबे समय में मिलने वाला इलाज उतना असरकारी नहीं हो पाता है और रोगी को बचाना मुश्किल हो जाता है।
जिम जाएं पर प्रोटीन से बचें
डॉक्टर रूपेश ने बताया कि उनके सामने कईं नौजवानों के मामले ऐसे आ रहे हैं जिन्हें कम उम्र में ही अटैक आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें जिम जाने वाले युवा तक शामिल हैं। राय दी कि बॉडी बनाने के लिए प्राकृतिक स्रोतों को छोड़कर प्रोटीन, क्रीएटिनिन का इस्तेमाल बिल्कुल न करें।