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मुरादपुर पंचायत में हुए पीएम आवास घोटाले में चार आरोपी गिरफ्तार…

चंदेरी – चंदेरी जनपद की ग्राम पंचायत मुरादपुर में ग्राम रोजगार सहायक नीलेश रजक एवं जनपद चंदेरी के जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से अशोकनगर जिले का सबसे बड़ा पीएम आवास घोटाला पंचायत चुनाव से पूर्व हुआ था। रोजगार सहायक नीलेश रजक द्वारा आवास हितग्राहियों के बैंक खाते बदलकर राशि अपने सम्बन्धितो के बैंक खातों में डाली गई थी। और आवास हितग्राहियों को बेवजह परेशान किया गया था।
आवास घोटाले को मुरादपुर पंचायत के नव निर्वाचित सरपंच मुकेश रैकवार ने उजागर किया था आवास हितग्राहियों की राशि बापिस दिलवाने के लिए सरपंच मुकेश रैकवार ने जनपद पंचायत चंदेरी से मुख्यमंत्री कार्यालय तक शिकायत की थी। जिसकी जनपद पंचायत चंदेरी जांच दल द्वारा जांच की गई थी जिसमे जांच प्रतिवेदन में दोषी पाए गए पूर्व सरपंच सुमंत्रा वाई अहिरवार सचिव रवि श्रीवास्तव रोजगार सहायक नीलेश रजक पर कठोर कार्यवाही की अनुशंसा की गई थी, जनपद चंदेरी के जिम्मेदार अधिकारियों को बचाने के आशय से जांच प्रतिवेदन समय से नही भेजा गया। और हितग्राही परेशान होते रहे जिसके लिए सरपंच ने कलेक्टर अशोकनगर को जनसुनवाई में हितग्राहियों को साथ ले जाकर शिकायत की थी जिसपर जनपद पंचायत अशोकनगर जांच दल एवं जिला पंचायत अशोकनगर तत्कालीन अतिरिक्त सीईओ विशाल नरवरिया द्वारा जांच की गई थी। जांच उपरांत सरपंच, सचिव, एवं रोजगार सहायक को जिला पंचायत द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे जिनके जवाब दिए गए थे।
जिसमे मुख्य आरोपी ग्राम रोजगार सहायक नीलेश रजक पाया गया था। जिसकी जनवरी में कलेक्टर द्वारा सेवा समाप्त कर बर्खास्त कर दिया गया था एवं पंचायत सचिव रवि श्रीवास्तव को दिसंबर में निलंबित कर दिया था पंचायत सचिव, रोजगार सहायक एवं अन्य लोगो के खिलाफ थाना चंदेरी में प्रकरण दर्ज कराया गया था। जिसकी जांच उपरांत 25 जुलाई को 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, मुख्य आरोपी नीलेश रजक पुलिस गिरफ्त से एक सफ्ताह से फरार चल रहा है जिसकी पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है।

आवास प्रभारी समेत अन्य जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही होना शेष है।
मुरादपुर पंचायत में वर्ष 2021, 22 में स्वीकृत 243 आवासों में से आज दिनांक तक करीब 110 आवास ही बन पाए है अन्य सभी आवास आधे अधूरे और क्षतिग्रस्त हो गए है, जिनकी राशि जानबूझकर समय से पूर्व एवं फर्जी जियोटेग कर आवास प्रभारी द्वारा जनपद चंदेरी तत्कालीन सीईओ की डीएससी का गलत इस्तेमाल कर फर्जी जियोटेग पर पेमेंट किया गया है।

इनका कहना है
जनपद सीईओ द्वारा थाना चंदेरी में दर्ज प्रकरण के अनुसार 4 व्यक्तियों की गिरफ्तारी कर जेल भेज दिया गया है, आरोपी रोजगार सहायक को भी शीघ्र ही गिरफ्तार किया जाएगा।

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