ग्लोकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर डॉ. पी.के. भारती की प्रेरणा से भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती के अवसर पर ग्लोकल विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया गया। इस अवसर पर शिक्षा के महत्व और समाज की प्रगति में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मौलाना अबुल कलाम आजाद के योगदान का सम्मान करते हुए, ग्लोकल् विश्वविद्यालय के प्रतिकुल्पति प्रोफेसर डॉ. सतीश कुमार शर्मा ने “टिकाऊ विकास के लिए कौशल-आधारित शिक्षा” विषय पर एक प्रेरणादायक व्याख्यान प्रस्तुत किया।
प्रोफेसर डॉ. सतीश कुमार शर्मा ने बताया कि आज के बदलते विश्व में कौशल-आधारित शिक्षा टिकाऊ विकास को बढ़ावा देने में कैसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि छात्रों को केवल शैक्षिक ज्ञान ही नहीं बल्कि व्यावहारिक और तकनीकी कौशल भी विकसित करने चाहिए, जो उन्हें न केवल रोजगार दिलाने में मददगार होंगे बल्कि समाज में भी योगदान करने के अवसर प्रदान करेंगे।
कार्यक्रम का संयोजन डी.एस.डब्लू डॉ. स्वर्णिमा सिंह के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर पर गणमान्य अतिथियों के अतिरिक्त ग्लोकल् विश्वविधालय के शिक्षकगण एवं छात्र छात्राओं ने भी भाग लिया।