- 103 साल के सूखा सिंह छाबरा कोरोना को मात देकर अपने घर लौट आए हैं
- कोरोना को हराने वाले सूखा सिंह देश के सबसे उम्रदराज मरीज हैं
- 24 दिनों के बाद उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई, तो सोमवार को उन्हें घर भेज दिया गया
- 24 दिनों के बाद सूखा सिंह की कोरोना रिपोर्ट आई नेगेटिव
- इस उम्र में भी नहीं है उन्हें डायबिटीज और बीपी समेत कोई रोग
मुंबई
देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार तेजी आ रही है। वहीं अच्छी बात यह भी है कि लोग ठीक हो कर घर भी जा रहे हैं। इसके बावजूद कई ऐसे बुजुर्ग मरीज हैं जो अधिक आयु वर्ग के होने के बावजूद कोरोना को मात दे रहे हैं। वहीं कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच 103 साल के सूखा सिंह छाबरा कोरोना को मात देकर अपने घर लौट आए है।
24 दिनों तक आईसीयू में रह कर कोरोना को हराने वाले सूखा सिंह देश के सबसे उम्रदराज मरीज है।
दरअसल छाबरा परिवार के 6 सदस्य रोग के चपेट में आए थे, जिनमें से 5 ठीक को घर लौट चुके हैं।
सूखा सिंह के 86 वर्षीय रिश्तेदार तारा सिंह छाबरा का अस्पताल में इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, उन्हें भी दो दिनों में घर भेज दिया जाएगा। बता दें कि देश में संक्रमित होने वालों में सर्वाधिक मरीज 50 साल या उससे अधिक आयु वर्ग के लोग हैं। भारत में इस समय सबसे ज्यादा मौतें भी 50 साल या उससे अधिक आयु वर्ग के लोगों की हो रही हैं.
103 की उम्र में भी कोई रोग नहीं
अक्टूबर 1917 में जन्मे सूखा सिंह को 103 साल की उम्र में भी डायबीटीज और बीपी समेत कोई रोग नहीं है। उनकी उम्र और रोग से लड़ने के जज्बे को देखते हुए अस्पताल के ट्रस्टी डॉ.अमोल भानुशाली और डॉ .समीप सोहनी ने मुफ्त में उनका इलाज करने का फैसला लिया।