- प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम संदेसारा घोटाला मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से पूछताछ करने के लिए आज उनके घर पहुंची।
- एजेंसी ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था ..
- लेकिन उन्होंने कहा था कि वह सीनियर सिटीजन हैं
- और कोविड-19 गाइडलाइन के कारण पूछताछ के लिए नहीं आ सकते हैं।
नई दिल्ली: संदेसरा ग्रुप के 14,500 करोड़ से ज्यादा के बैंक घोटाले में ED, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद अहमद पटेल (Ahmed Patel) के घर बयान दर्ज करने पहुंची थी.
ऐसा आरोप है कि संदेसरा ग्रुप के मालिक चेतन और नितिन संदेसरा अहमद पटेल के काफी करीबी हैं. ED ने इससे पहले अहमद पटेल के बेटे फैजल और दामाद इरफान सिद्दीकी से भी पूछताछ की थी.
ED ने इससे पहले भी अहमद पटेल को पूछताछ और बयान दर्ज करने के लिए कहा था, लेकिन COVID-19 और उम्र का हवाला देकर अहमद पटेल नहीं आए इसलिए, ED खुद उनके घर जाकर संदेसरा बैंक घोटाले मामले में बयान दर्ज करने पहुंची.
ईडी के पूछताछ के लिए पहुंचने पर अहमद पटेल ने कहा कि जिनके घर शीशे के हों उनको दूसरों के घर पत्थर नहीं मारना चाहिए.
राज्यसभा सांसद पटेल ने कहा, ‘ मोदी और अमित शाह जी के मेहमान आज घर आए थे. उन्होंने मुझसे सवाल पूछे, मैंने उनको जवाब दिया और वो चले गए. देश मे कोरोना चल रहा है, बेरोजगारी है, चीन ने जमीन हड़पी है, उसको छोड़कर ये लोग विपक्ष से लड़ रहे हैं. कानून को कानून का काम करने दो, जिनके घर शीशे के हों, उनको दूसरे के घर पर पत्थर नहीं मारना चाहिए.’
दामाद और करीबी से भी हुई थी पूछताछ
ईडी सूत्रों के मुताबिक इस मामले की शुरुआती जांच के दौरान तत्कालीन ईडी निदेशक कर्नल सिंह के निर्देशन में जांच आगे बढ़ी थी और ईडी ने गगन धवन नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था. गगन धवन कांग्रेसी नेता अहमद पटेल का करीबी बताया जाता है.
गगन धवन को गिरफ्तारी के बाद रिमांड पर लिया गया और इस पूछताछ के दौरान अनेक अहम जानकारी सामने आई. इसी पूछताछ के आधार पर ईडी ने अहमद पटेल के दामाद इरफान सिद्दीकी से पूछताछ की. इरफान सिद्दीकी पर आरोप है कि संदेसारा ग्रुप ने उन्हें दक्षिण दिल्ली के पॉश इलाके में एक मकान दिया हुआ है. यह मकान ग्रुप की कंपनी के नाम पर ही बताया जाता है. इरफान सिद्दीकी पेशे से वकील बताए जाते हैं.
इस जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि संदेसारा ग्रुप अहमद पटेल के कार्यालय में काम करने वाले कुछ लोगों को अपनी तरफ से वेतन भी देता है. ईडी ने इस बाबत अनेक जगहों पर छापेमारी भी की थी
गांधी परिवार के बहुत करीबी है पटेल
यदि आप नहीं जानते तो हम बता दें कि अहमद पटेल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सलाहकार हैं. वो देश की सबसे पुरानी पार्टी की मुखिया को लंबे समय से सलाह देने का काम कर रहे हैं. पटेल को गांधी परिवार से लेकर कांग्रेस पार्टी तक, सबके बारे में बारीकी से जानकारी है. अहमद पटेल ही हैं, जिनकी वजह से सोनिया भारतीय राजनीति में स्थापित हुईं. राजीव गांधी की हत्या के बाद इतनी बड़ी पार्टी संभाल पाईं, तो उसकी वजह अहमद पटेल ही हैं. नरसिम्हा राव जैसे नेताओं से रिश्ते बिगड़ने के बावजूद वह बनी रहीं. आज भी कांग्रेस राहुल गांधी या दूसरे किसी नेता से ज्यादा सोनिया गांधी पर निर्भर है. सोनिया के इस सफर के पीछे अहमद का बड़ा योगदान है