मुंबई, 24 जून – एशिया के सबसे अमीर इंसान एवं रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआई एल) के मालिक मुकेश अंबानी ने वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण चालू वित्त वर्ष में कंपनी से वेतन नहीं लेने का निर्णय लिया है।आरआईएल की 2019..20 की सालाना रिपोर्ट में बताया गया है कि श्री अंबानी ने 2020-21 तक वैश्विक महामारी के चलते वेतन ना लेने का फैसला किया है ।
श्री अंबानी ने आरआईएल के हाल ही में लक्ष्य से नौ महीने पहले पूरी तरह कर्जमुक्त होने का ऐलान किया था। कंपनी की मंगलवार को जारी 2019-20 की रिपोर्ट के अनुसार श्री अंबानी का अपनी मुख्य कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज से वार्षिक वेतन पिछले 12 सालों के बराबर 15 करोड़ रुपये ही रहा है । श्री अंबानी का 2008-09 में वेतन,भत्ता और कमीशन सभी मिलाकर वार्षिक 15 करोड़ रुपये था और तब से लगातार वह इतना ही वेतन ले रहे हैं हालांकि कंपनी के सभी पूर्णकालिक निदेशकों के वेतन-भत्तों आदि में पिछले वित्त वर्ष के दौरान खासी बढ़ोतरी हुई।
रिपोर्ट के अनुसार कोविड-19 की वजह से श्री अंबानी ने इस वर्ष अप्रैल के अंत में ही अपना वेतन छोड़ने का निर्णय किया था । कोविड-19 के कारण लाॅकडाउन को देखते हुए इसी दौरान कंपनी के अधिकतर कर्मचारियों के वेतन में दस प्रतिशत से लेकर आधे वेतन की कटौती करने का फैसला भी किया गया था। कंपनी के मुताबिक अन्य कार्यकारी निदेशकों ने भी अपना मेहनताना 50 प्रतिशत तक छोड़ने का फैसला किया है।
रिपोर्ट के अनुसार समाप्त वित्त वर्ष में श्री अंबानी को मिले कुल मिली वेतन में 4.36 करोड़ वेतन और भत्तों की मद में थे, जो पहले के वित्त वर्ष में 4.45 करोड़ रुपये से कम था। श्री अंबानी को 2019-20 में कमीशन से मिलने वाली राशि पहले के बराबर 9.53 करोड़ रुपये ही रही, जबकि ऊपरी लाभ 31 लाख से बढ़कर 40 लाख रुपये हो गए। श्री अंबानी को वित्त वर्ष में सेवानिवृत्ति लाभ के रूप में 71 लाख रुपये मिले हैं हालही मे श्री अंबानी दुनिया के 10 अमीर आदमी की सूची मे आए है उनकी कुल संपत्ति 64.5 अरब डॉलर है। लेकिन कुछ समय पहले ही शेयर मार्केट मे आयी गिरावट से उन्हे एशिया के सबसे अमीर आदमी की सूचि से हटा दिए गए है ।