दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कोरोना के बढ़ते केस और उसके लिए सरकार की तैयारी है, इन सब बातों की जानकारी दी। उन्होंने एक बार फिर कहा कि लॉकडाउन हमेशा के लिए नहीं हो सकता। कोई नहीं कह सकता कि कोरोना की ये बीमारी कब खत्म होगी। इसलिए हालात सामान्य करने जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना से चिंता जरूर होगी लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। कोरोना के केस जरूर बढ़ रहे हैं लेकिन हम कोरोना से चार कदम आगे है। उन्होंने बताया कि इस समय दिल्ली में अधिकतर मरीजों का इलाज घर में चल रहा है। अस्पतालों में सिर्फ 2100 मरीज भर्ती हैं।
लॉन्च करेंगे एप
केजरीवाल ने बताया कि हमने एक एप बनाने में सफलता पा ली है जो बताएगा कि किस अस्पताल में कितने बेड हैं और कितने वेंटिलेटर हैं। वो ये भी बताएगा कि कितने बेड खाली हैं और कितने वेंटिलेटर खाली हैं। यह एप सोमवार को लॉन्च किया जाएगा। इसके बाद आपको भटकना नहीं पड़ेगा। अगर स्मार्ट फोन नहीं है तो वेबसाइट और हेल्पलाइन नंबर 1031 से भी सभी जानकारी ले सकते हैं।
केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में 2500 बेड हैं, 5 जून तक 4600 बेड हो जाएंगे। केंद्र सरकार के अस्पतालों में अब तक 2329 बेड थे, जो कम होकर 2229 रह गए हैं। प्राइवेट अस्पतालों में 677 बेड थे, जो आज के समय में 2677 हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि जितनी ज्यादा जरूरत है उससे ज्यादा इंतजाम दिल्ली सरकार कर रही है। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते दो बातें मेरे लिए चिंताजनक होंगी। पहला अगर मौतें ज्यादा होने लगें और दूसरा है कोरोना की वजह से 10000 पेशेंट हैं और मेरे पास 8000 बेड हैं तो लोगों का इधर-उधर भटकना मेरे लिए चिंता का विषय होगा। उन्होंने कहा पिछले एक हफ्ते में हमने बेड्स का खूब इंतजाम कर लिया है।