Axiom-4 Mission के तहत स्पेस स्टेशन के लिए शुभांशु शुक्ला का स्पेसक्राफ्ट रवाना हो गया है। इस मिशन का संचालन भारत के IAF ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला कर रहे हैं। क्रू कंपनी के फाल्कन 9 रॉकेट पर एक नए स्पेसएक्स ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट पर सवार होकर अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा कर रहा है।
मिशन की जानकारी
मिशन कमांडर पेगी व्हिटसन और पायलट शुभांशु शुक्ला सहित चारों अंतरिक्ष यात्री क्रू ड्रैगन कैप्सूल में बैठ चुके हैं। फिलहाल मिशन रेडिनेस को लेकर अंतिम जांच को अंजाम दिया जा रहा है। अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरने से पहले फॉल्कन 9 रॉकेट और स्पेस केप्सूल के हर पैरामीटर की जांच की जा रही है।
डॉकिंग की टाइमिंग
नासा ने एक बयान में कहा कि मिशन की डॉकिंग समय गुरुवार, 26 जून को भारतीय मानक समय के अनुसार शाम 4.30 बजे है। मिशन में शामिल अन्य अंतरिक्ष यात्रियों में पोलैंड के ईएसए परियोजना अंतरिक्ष यात्री स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्निएव्स्की और हंगरी के एचयूएनओआर अंतरिक्ष यात्री टिबोर कापू शामिल हैं।
अंतरिक्ष डॉकिंग
डॉकिंग तब होती है जब कोई अंतरिक्ष यान खुद को अंतरिक्ष स्टेशन से जुड़ता है। अंतरिक्ष में डॉकिंग तकनीक तब उपयोगी होती है जब सामान्य मिशन उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए कई रॉकेट अंतरिक्ष में लॉन्च किए जाते हैं।
शुभांशु शुक्ला की उपलब्धि
शुभांशु शुक्ला लगभग 40 साल बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय बन रहे हैं। इसके पहले राकेश शर्मा ने 1984 में रूस के सोयूज अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष की यात्रा की थी।
रिपोर्ट:- कनक चौहान