आरोपी दिल्ली-सहारनपुर मार्ग की ट्रेन में सवार थे, शुक्रवार देर रात खेकड़ा (Baghpat, यूपी) के पास सीट को लेकर बात बढ़ गई।
दिल्ली में नौकरी करने वाले दीपक यादव (39 वर्ष) ने सामान्य विवाद में शामिल होने की कोशिश की थी। लेकिन कुछ युवक उनसे बदला लेने की नीयत से हमला कर बैठे।
15–20 लोग मिलकर उस पर हमला कर बैठे, जब तक वह गंभीर रूप से घायल होकर नहीं गिरे, तब तक पीटते रहे।
ट्रेन खेकड़ा स्टेशन पर रुकी, लेकिन आरोपी अंधकार में भाग गए। घायल हालत में अस्पताल ले जाने पर उन्होंने दम तोड़ दिया।
ट्रेन रोकने के बाद जीआरपी ने जब कई यात्रियों से पूछताछ की।
मृतक के घर मातम है और परिवार गहरे सदमे में है।
पुलिस का दावा है कि आरोपी जल्द पकड़ लिए जाएंगे
यह कोई एकल घटना नहीं है। महज़ 10 दिन पहले ही इसी मार्ग पर एक सीट विवाद में युवक को भीड़ द्वारा ट्रेन से नीचे फेंक दिया गया था, जिसमें 10 से अधिक घायल हुए थे—यह बताता है कि यात्रियों में कानून-व्यवस्था और सुरक्षा को लेकर विश्वास खत्म हो रहा है।
यात्री सुरक्षा: जनरल कोच की बदहाल सुरक्षा व्यवस्था और यात्रियों में बढ़ती गुंडागर्दी गंभीर चिंता का विषय है।
कानून प्रवर्तन की जिम्मेदारी: ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए रेलवे पुलिस को तेज और स्पष्ट कार्रवाई करनी चाहिए।
