दिल्ली की सड़कों पर घूमने वाले लावारिस कुत्तों की मदद के लिए काम करने वाले एनजीओ नेबरहुड वूफ की टीम पर रानी बाग के ऋषि नगर इलाके में स्थानीय लोगों ने हमला किया। बताया जा रहा है विवाद तब शुरू हुआ, जब स्थानीय लोगों ने उनसे रात में इलाके में घूमने का कारण पूछा।
पुलिस ने एनजीओ की संस्थापक आयशा क्रिस्टीना की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इससे पहले आयशा ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि वो हमलावरों के खिलाफ कार्यवाही नहीं कर रहे है। एक वीडियो के मुताबिक, आयशा ने बताया कि जब उनका एनजीओ कुत्तों की मदद कर रहा था तो एक स्थानीय व्यक्ति वहां आकर उनसे बदसलूकी करने लगा। उन्होंने विरोध किया तो बात हाथापाई तक पहुंच गई।
क्रिस्टीना ने बताया कि मारपीट के दौरान उनके कार्यकर्ता विपिन, अभिषेक और दीपक भी घायल हुए हैं। इसके बाद जब एनजीओ की टीम ने कार में वहां से भागने का प्रयास किया तो स्थानीय लोगों ने पथराव किया और कार के शीशे तोड़ दिए। कार की टक्कर से तीन स्थानीय लोग भी घायल हुए है। इसके पश्चात दिल्ली पुलिस ने आधिकारिक बयान में कहा कि इस संबंध में स्थानीय लोगों की शिकायत पर आईपीसी की धारा 323, 441, 506 और 427 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
एनजीओ के लोगों से मारपीट करने के मामले को दिल्ली महिला आयोग ने गंभीरता से लिया है। आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा है कि यह घटना बहुत शर्मनाक है कि एक लड़की जो बेजुबान प्राणियों के लिए काम करती है, उसके साथ मारपीट की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली महिला आयोग की टीम लगातार एनजीओ के संपर्क में थी। महिला आयोग ने पीड़ितों को पूरी मदद का आश्वासन दिया है।